MP News: 53 हजार गांवों में उत्पादक संगठन बनाने की तैयारी, ब्रांडिंग और बिक्री को मिलेगा बढ़ावा

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भोपाल।एक जिला एक उत्पाद की तर्ज पर प्रदेश में उत्पादित होने वाले खाद्य पदार्थों और अन्य वस्तुओं की ब्रांडिंग के बाद अब राज्य सरकार गांवों में उत्पादित होने वाले खाद्य पदार्थों व वस्तुओं की ब्रांडिंग में सहयोग करेगी। इसके लिए जनभागीदारी के जरिये गांवों के लोगों को आगे आने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। गांवों के लोग अपने यहां उत्पदित होने वाली वस्तुओं की बिक्री के लिए ग्राम उत्पादक संगठन बनाकर यह काम कर सकेंगे। सरकार इसमें सहयोग करेगी।

पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग गांवों को समृद्ध करने के लिए लगातार नवाचार कर रहा है। विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव और उनकी टीम गांवों के उत्थान के लिए नवाचार को बढ़ावा देने की प्लानिंग में जुटे हैं जिसे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सहमति देते हुए ग्रामीणों से आह्वान किया है कि वे गांवों में उत्पादक संगठन बनाकर अपने गांव की सर्वाधिक उत्पादित वस्तु की ब्रांडिंग करें और उसकी प्रोसेसिंग कराकर उसे बेचें तो गांव समृद्ध और विकसित होगा।

यह कहा था सीएम ने

सीएम चौहान ने ग्रामीणों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संबोधन के दौरान इस थीम को लेकर चर्चा में कहा कि गांव में रोजगार के लिए स्व सहायता समूह को मजबूत करने की कोशिश सबको करनी है ताकि नौजवानों को सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके। गांव में उत्पादन संगठन बना सकते हैं। गांवों में अलग-अलग चीजें बनती हैं। उसकी प्रोसेसिंग ग्रामीण जन मिलकर करें और बेचें तो गांव की आमदनी भी बढ़ेगी और व्यक्तिगत समृद्धि भी होगी। इससे रोजगार भी मिलेगा और गांव की तस्वीर बदलने का मौका मिलेगा। सीएम चौहान का कहना है कि ग्राम गौरव दिवस और उसमें सभी गांव वालों की भागीदारी इसमें मदद करेगी। जनभागीदारी के इस काम में सरकार भी सहयोग करने को तैयार है।

कारीगरी, परम्परा और कला को बढ़ाना है

सरकार का मानना है कि गांव अगर ठान लें तो सरकार के साथ मिलकर विकास के कार्य और कई नवाचार किए जा सकते हैं। सब मिलकर गाँवों में रोजगार बढ़ाने की कोशिश कर सकते हैं। गांव की आमदनी बढ़ाना, समृद्धि लाने और रोजगार के लिए राज्य सरकार का भरपूर सहयोग मिलेगा। ग्रामवासी ग्रामों के विकास के लिए खुद सोच- समझकर योजनाएं बना सकते हैं। अपने गांव को कैसे आगे बढ़ाएं। गांव आगे बढ़ेगा तो देश आगे बढ़ेगा। हमारी परम्पराएं, जीवन मूल्य, कारीगरी, कला आगे बढ़ेगी और गांव में समृद्धि भी आएगी। इससे गांव देश में अलग पहचान बनाएगा।