छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
छतरपुर: खजुराहो थाना क्षेत्र के कुंदरपुरा गांव के स्कूल में पदस्थ प्रधानाध्यापक की अचानक हालात बिगडऩे के बाद उन्होंने अस्पताल ले जाया गया। जहां से उन्हें जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। उनकी पत्नी ने चुनाव में बराबर ड्यूटी लगाने, आराम न मिल पाने से तबियत खराब होने के चलते मौत होने का आरोप लगाया है।
जानकारी के अनुसार खजुराहो थाना क्षेत्र के कुंदरपुरा गांव के शासकीय स्कूल प्रधानाध्यापक बालेंद्र खरे की शनिवार को अचानक हालात बिगड़ गई। जिससे उन्हें इलाज के लिए परिजनों द्वारा खजुुराहो अस्पताल ले जाया गया। जहांपर उनकी हालात में सुधार नहीं होने पर जिला अस्पताल के लिए रैफर किया गया। लेकिन रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया।
बताया जा रहा है कि शनिवार को सुबह लगभग चार बजे अचानक उनकी तबियत खराब हो गई थी। उनकी पत्नी संध्या खरे ने बताया कि उनकी उम्र 59 वर्ष हो चुकी है और इसके बाद भी लगातार चुनाव में ड्यूटी लगाई गई। दो बार चुनाव में ड्यूटी लगाने के बाद फिर से 8 जुलाई को चुनाव में ड्यूटी लगाइ गई।
ड्यूटी स्थल में कोई व्यवस्था नहीं थी, न पंखे की और न ही अन्य व्यस्थाएं। जिससे उसकी हालात बिगड़ गई और गिनती के बाद शाम से ही उन्हें उल्टी होने लगी थी। जिसके बाद उन्हें खजुराहो अस्पताल ले जाया गया। जहांपर हालात में सुधार नहीं होने पर जिला अस्पताल ले गए। लेकिन रास्ते में उनकी मौत हो गई। मृतक की पत्नी ने चुनाव में बार-बार ड्यूटी लगाने और स्वस्थ खराब होने उसमें लापरवाही के कारण पति की मौत होने का आरोप चुनाव आयोग पर लगाया हैै।