MP Weather Update : पूरे प्रदेश में आज से मानसून सक्रिय, जानिए कहां होगी ज्यादा बारिश

MP में 6 वेदर सिस्टम एक्टिव है, मानसून के 28–29 जून से आगे बढ़ने के आसार

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MP Weather Update : पूरे प्रदेश में आज से मानसून सक्रिय, जानिए कहां होगी ज्यादा बारिश

 

Bhopal : लंबे इंतजार के बाद अब मध्य प्रदेश के अधिकांश इलाकों में मानसून सक्रिय हो गया। मौसम विभाग के मुताबिक इंदौर, धार, रतलाम, उज्जैन, देवास, छिंदवाड़ा में अगले 24 घंटे में भारी बारिश का अलर्ट है। रीवा, शहडोल, जबलपुर, भोपाल, नर्मदापुरम और उज्जैन में भी गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। मानसून में आई रुकावट अब समाप्त हो गई।
अरब सागर में मानसून सक्रिय होने से प्रदेश के कई शहरों में बादल छाए और कुछ शहरों में हल्की से तेज बारिश हुई। छिंदवाड़ा में बादल फटने जैसी स्थिति बनी और यहां तेज पानी आया। रतलाम, बड़वानी और खरगोन में भी तेज बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार सोमवार के बाद इंदौर में भारी बारिश हो सकती है। इंदौर संभाग के ज्यादातर इलाकों में बारिश के आसार हैं। भोपाल में भी मध्यम बारिश की संभावना व्यक्त की गई। अभी अरब सागर और झारखंड में चक्रवातीय घेरा बना हुआ है।
वर्तमान में मध्यप्रदेश में 6 वेदर सिस्टम एक्टिव है। मानसून के 28–29 जून से आगे बढ़ने के पूरे आसार हैं। 28 जून से पूरे प्रदेश में जोरदार बारिश का दौर शुरू होने के अनुमान हैं। झाबुआ, धार, इंदौर,रतलाम, उज्जैन, देवास और छिंदवाड़ा जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा इन संभागों और जिलों में बिजली चमकने-गिरने और तेज रफ्तार से हवा चलने को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया। 28 जून के बाद भोपाल, इंदौर और जबलपुर समेत कई जिलों में अच्छी बारिश देखने को मिलेगी।
उड़ीसा के तट पर चक्रवातीय एक्टिविटी शुरू हो रही है। इससे 29 जून से 4 जुलाई तक भोपाल, सागर, उज्जैन, रीवा, शहडोल और इंदौर समेत प्रदेशभर में जमकर बारिश होगी। चंबल इलाके में बारिश के आसार अभी कम हैं। भोपाल, सागर और ग्वालियर में खूब पानी गिरेगा।
पश्चिमोत्तर राजस्थान के ऊपर सक्रिय चक्रवात मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैला है। वहीं, पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर अन्य चक्रवात सक्रिय है। दक्षिण गुजरात से उत्तरी केरल तक अपतटीय ट्रफ भी है। दक्षिणी छत्तीसगढ़ के ऊपर सक्रिय चक्रवातीय गतिविधियों से लेकर दक्षिण गुजरात-कोंकण तक अन्य ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। दक्षिण पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा अभी भी पोरबंदर, बड़ौदा, शिवपुरी, रीवा और चुर्क से गुजर रही है। इसके चलते 29 जून से मध्यप्रदेश में गरज-चमक के साथ बारिश होगी।

80 प्रतिशत इलाके में मानसून
20 जून को मानसून ने मप्र के 80 प्रतिशत भाग में प्रवेश कर लिया है। लेकिन, यह आगे नहीं बढ़ सका। एक-दो दिन में बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद प्रदेशभर में तेज बारिश होगी। 28 और 29 जून से पूरे मध्य प्रदेश में आंधी, बारिश, गरज-चमक की गतिविधियों में वृद्धि के साथ मानसून के आगे बढ़ने की संभावना बनी हुई है। वही ग्वालियर अंचल में 28 जून से बादल छाने के साथ गरज-चमक के साथ बौछारें का दौर शुरू होगा और पिर जुलाई के पहले सप्ताह में बारिश में तेजी आएगी।