

MPPSC Exams on the Lines of UPSC: UPSC की तर्ज पर MPPSC की परीक्षाएं वर्ष में एक बार आयोजित होगी- CM डॉ यादव
भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि मध्य प्रदेश में UPSC की तर्ज पर MPPSC की परीक्षाएं वर्ष में एक बार आयोजित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि MPPSC परीक्षाओं को UPSC की तर्ज पर वर्ष में एक बार आयोजित करने की दिशा में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, ताकि सभी रिक्त पद शीघ्रता से भरे जा सकें और शासन व्यवस्था को और अधिक सशक्त बनाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम एक और निर्णय कर रहे हैं कि हमारी सभी प्रकार की परीक्षाओं के लिए समय पर भर्ती हो जाए, सभी पदों के लिए कभी-कभी कोई स्थान खाली न रहे। इस प्रकार से हम अपनी MPPSC के लिए एग्जाम कराने की दिशा में काफी अच्छे से आगे बढ़े हैं। बहुत जल्दी उसके रिजल्ट आएंगे ताकि साल में एक बार परीक्षा होगी। जैसे UPSC की होती है। इस प्रकार से एक ही परीक्षा में अलग-अलग श्रेणियों के योग्य लोगों का चयन होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार राज्य के अधिकारी – कर्मचारियों के कल्याण के प्रति पूरी तरह समर्पित है। भारत सरकार द्वारा 55% डीए वृद्धि के निर्णय के बाद हमने भी अपने राज्य के कर्मचारियों को यह महत्वपूर्ण सौगात दी है।
अधिकारियों और कर्मचारियों की भलाई का ध्यान रखना हमारा कर्तव्य है, क्योंकि सुशासन के लक्ष्यों की प्राप्ति इन्हीं के माध्यम से संभव होती है।
भर्ती प्रक्रियाओं को समयबद्ध और पारदर्शी बनाने के लिए भी हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।
MPPSC परीक्षाओं को UPSC की तर्ज पर वर्ष में एक बार आयोजित करने की दिशा में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, ताकि सभी रिक्त पद शीघ्रता से भरे जा सकें और शासन व्यवस्था को और अधिक सशक्त बनाया जा सके।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य के अधिकारी-कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि हमारी सरकार लगातार हर वर्ग के कल्याण के लिए काम कर रही है। ऐसे में अधिकारी-कर्मचारी तो यह हमारे लिए शासन की नीतियों का नीचे का क्रियान्वयन कराने की सबसे महत्वपूर्ण इकाई है। और ऐसे में जब भारत सरकार ने 55% डीए बढ़ाया तो हमने अपने राज्य के कर्मचारियों के लिए भी यह सौगात दी है। उल्लेखनीय है पहले ही हमने यात्रा भत्ते, अव्यावसायिक भत्ते, अन्य भत्ते ऐसे कई प्रकार की योजनाओं में पहले हमने उनकी राशि में वृद्धि की थी। और ऐसे में फिर एक प्रकार से हमारे परिवार के अंग है कर्मचारी-अधिकारी उनकी चिंता करना हमारा काम है और उनके माध्यम से सुशासन के सारे लक्ष्य हासिल किए जाते हैं। मेरी अपनी ओर से हमारी सरकार लगातार इस वर्ग के लिए ध्यान देगी।
एक और निर्णय कर रहे हैं हमारे सभी प्रकार की परीक्षाओं के लिए समय पर भर्ती हो जाए, सभी पदों के लिए कभी-कभी कोई स्थान खाली न रहे, इस प्रकार से हम अपनी एमपीपीएससी के लिए एग्जाम कराने की दिशा में काफी अच्छे से आगे बढ़े हैं। बहुत जल्दी उसके रिजल्ट आएंगे ताकि साल में एक बार परीक्षा होगी। जैसे यूपीएससी की होती है। इस प्रकार से एक ही परीक्षा में अलग-अलग श्रेणियों के योग्य लोगों का चयन होगा। मैं कोशिश करता हूं कि यशस्वी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सुशासन के लिए ऐसे सारे उपाय करना जरूरी है, जिनके माध्यम से सभी वर्गों का भरोसा भी बना रहे और वह राज्य की बेहतरी के लिए बेहतर से बेहतर कार्य करें। आईए हम सब संकल्प करें कि यशस्वी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मध्यप्रदेश भी कदम से कदम मिलाकर चलेगा।