MP’s Law & Order Situation is Worse : प्रदेश में कानून व्यवस्था बदहाल, 21,000 से अधिक बेटियां और महिलाएं लापता, कांग्रेस का आरोप!

कांग्रेस ने विधानसभा में प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था पर सरकार को घेरा, वॉकआउट किया!

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MP’s Law & Order Situation is Worse : प्रदेश में कानून व्यवस्था बदहाल, 21,000 से अधिक बेटियां और महिलाएं लापता, कांग्रेस का आरोप!

 

Bhopal : गुरुवार को मध्यप्रदेश विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराधों की बाढ़ आई हुई है। दूसरी तरफ सरकार अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रही। उन्होंने आरोप लगाया कि जहां मीडिया की पहुंच नहीं होती, ऐसे दूरस्थ और ग्रामीण इलाकों में अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और वहां त्वरित कार्रवाई नहीं हो पाती। सरकार अपराधों का वर्गीकरण कर आंकड़ों को छिपाने का प्रयास कर रही है, जबकि ज़मीनी सच्चाई यह है कि प्रदेश में 21,000 से अधिक बेटियां और महिलाएं लापता हैं।

उमंग सिंघार ने अलग-अलग महीनों के बड़े अपराधों का जिक्र करते हुए कहा कि गृह विभाग मुख्यमंत्री के पास है और विधायकों पर ही झूठे प्रकरण दर्ज किए जा रहे हैं उन्होंने कहा कि 72 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी कोई निर्णय नहीं लिया गया है, तो इससे स्पष्ट है कि सरकार विपक्ष की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है।

नेता प्रतिपक्ष ने गुजरात में पकड़े गए 1800 करोड़ रुपये के ड्रग्स मामले का जिक्र करते हुए कहा कि अब प्रदेश में शारिक मछली, शरीफ मछली जैसे तस्कर भी सामने आ रहे हैं, और उन्हें छुड़ाने में सरकार के लोग खुद लगे हुए हैं। यह दर्शाता है कि ड्रग्स माफिया को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। इसके बाद सरकार की ओर से कानून व्यवस्था पर दिए गए जवाब से असंतुष्ट होकर कांग्रेस विधायकों ने सदन में विरोध किया और बाद में वॉकआउट कर दिया।

 

अपराधियों से भाजपा नेताओं की संलिप्तता का आरोप

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बढ़ते एमडी ड्रग्स कारोबार ने युवाओं को गर्त में धकेल दिया है। सरकार छोटी मछलियों को पकड़ रही है, मगरमच्छों को कब पकड़ेगी? उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं की संलिप्तता के कारण मुख्य आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में हत्या, लूट, डकैती और बलात्कार जैसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और पुलिस प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है।

इस पर राज्य मंत्री शिवाजी पटेल ने जवाब देते हुए विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रण में है। उन्होंने बताया कि संगठित अपराधों पर कठोर कार्रवाई की जा रही है। प्रदेश में वर्षों से कोई सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ। एक वर्ष में 10 नक्सलियों का सफाया किया गया। फुटकर नशा बेचने वालों और माफियाओं पर सख्त कार्रवाई हो रही है। उन्होंने बताया कि सरकार ‘नशे से दूरी है जरूरी’ अभियान चलाया गया। डायल 112 सेवा अगस्त से पूरे प्रदेश में शुरू होगी। ‘ऑपरेशन मुस्कान’ के तहत 7615 लापता नाबालिग बालिकाओं को घर पहुंचाया गया।

 

अपराधों के आंकड़े प्रस्तुत किए

उमंग सिंघार ने सरकार के आंकड़ों को गुमराह करने वाला बताया और कहा कि 2024 में औसतन प्रतिदिन औसतन 25 संगीन अपराध दर्ज हो रहे है। 20 बलात्कार, 38 महिलाओं की गुमशुदगी दर्ज हुई हैं। साइबर अपराध में 250 करोड़ की धोखाधड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस और प्रशासन की पकड़ कमजोर है। इस पर मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने जवाब देते हुए कहा कि सायबर अपराध में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है, लेकिन सायबर हेल्पलाइन पर मिलने वाली शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई कर रही है। सरकार की अपराधियों पर जीरो टोलरेंस की नीति हैं। सरकार के जवाब को विपक्ष ने गुमराह करने वाला बताया। जिसके बाद जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।