Indore : नगर निकाय चुनाव की मतगणना 17 जुलाई को होगी। इसी दिन शाम को नगर सरकार के साथ नए पार्षद मिल जाएंगे। इसके कुछ दिन बाद निगम परिषद के सदस्यों का चयन होगा। इसमें किस पार्षद को स्थान मिलता है, यह भविष्य के गर्त में है। नगर सरकार बनते ही निगम पर आर्थिक बोझ आ जाएगा। महापौर को 12 हजार तथा सदस्यों को हर माह 6 हजार रुपए बतौर भत्ते के देना होंगे।
ढाई साल बाद निगम में फिर इसी माह महापौर व परिषद के सदस्यों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। परिषद के कार्यालयों का काम तेजी से चल रहा है, लेकिन निगम के सामने सबसे बड़ा संकट भत्ता चुकाना है। परिषद में 7 से 9 सदस्य बैठते हैं। एक सदस्य को सालाना 72 हजार रुपए मिलेंगे। 7 सदस्य होने पर यह राशि सालाना 5 लाख 4 हजार, 9 सदस्य होने पर 6 लाख 48 हजार, महापौर के 14 लाख 4 हजार रुपए भत्ते के होंगे।
इसके अलावा बिजली पर 500 रुपए प्रति सदस्य (बिजली, कम्प्यूटर, प्रिंटर आदि), सफाई 200 सदस्य, समाचार पत्रों व स्टेशनरी पर 500 रुपए का खर्च भी निगम वहन करेगा। कर्मचारियों का वेतन भी सभी सदस्यों के कार्यालयों में प्यून, पीए व अन्य कर्मचारी (संख्या 3 से 4) का वेतन निगम चुकाएगा। ये कर्मचारी वर्तमान में कार्यरत वाले ही रहेंगे। जिन विभागों के कर्मचारियों को यहां मर्ज किया जाएगा, उनकी सूची खुद परिषद के सदस्य तय करेंगे।
नगर निगम की अपर आयुक्त (राजस्व) भव्या मित्तल के अनुसार, परिषद के सदस्यों का भुगतान निगम खुद करता है। इसके लिए अलग से मद रखी जाती है, इसलिए अतिरिक्त आर्थिक भार नहीं पड़ता।