निकाय चुनाव: जहां हारी बीजेपी, वहां नेताओं की खींचतान बनी वजह
भोपाल: प्रदेश में नगरीय निकाय उपचुनाव में 13 स्थानों पर पार्षदों के लिए कराए गए निर्वाचन में भाजपा के सात और कांग्रेस के छह पार्षद जीत हासिल करने में सफल रहे हैं। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी चुनाव परिणामों के मुताबिक सागर जिले के बिलहरा और बांदरी, मुरैना के जौरा, सतना के कोटर, छिंदवाड़ा नगर निगम, शहडोल के बुढ़ार, नीमच के रतनगढ़ नगरीय निकाय में हुए पार्षद पद के चुनाव में बीजेपी जीती है। वहीं बुरहानपुर के शाहपुर, देवास के सतवास, मंदसौर नगरपालिका, धार के सरदारपुर, छिंदवाड़ा के डोंगर परासिया, सतना नगर निगम में हुए पार्षद पद के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को जीत मिली है। छिंदवाड़ा नगर निगम में पार्षद पद पर मिली जीत पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा है कि यह बीजेपी सरकार की हितग्राही मूलक योजनाओं से मिलने वाले लाभ और केंद्रीय मंत्री अमित शाह के कांग्रेस हराओ अभियान का परिणाम है।
उपचुनाव में 13 में से छह पार्षद जिताने में सफल रही कांग्रेस जहां इसे बीजेपी के प्रति विरोध का परिणाम बता रही है और आने वाले विधानसभा चुनाव में जीत की राह बनने की उम्मीद देख रही है वहीं बीजेपी में पार्टी के कैंडिडेट की हार के पीछे स्थानीय नेताओं की आपसी खींचतान को कारण माना जा रहा है। सतना नगर निगम में सांसद और महापौर के अलग-अलग समर्थकों को साधने की कोशिश को हार की वजह बताया जा रहा है। इसी तरह अन्य निकायों में भी बीजेपी के पार्षद प्रत्याशी स्थानीय नेताओं के असहयोग के कारण हारे, ऐसा कहा जा रहा है।