Indore : स्वच्छता का तमगा 5 बार जीतने वाला इंदौर नगर निगम अब शहर के लोगों से जबरन वसूली (Extortion) जैसे काम करने में लगा है। वो अपनी जिम्मेदारियों के काम भी लोगों पर डालकर उनसे चार्ज वसूलने की तैयारी करने लगा। नया मामला कॉलोनियों की सड़कें बनाने का पैसा लोगों से वसूलने का है। बेटरमेंट चार्ज (Betterment Charge) के रूप में सड़क का पैसा लिए जाने के पीछे तर्क ये दिया जा रहा कि इससे लोगों के प्लॉट और मकान की वैल्यू बढ़ेगी! ये बात समझ से परे और महज कल्पना है! यदि किसी को अपना मकान या प्लॉट नहीं बेचना हो, तो वो क्यों बेवजह बेटरमेंट चार्ज (Betterment Charge) दे।
इंदौर विकास प्राधिकरण और नगर निगम गैर योजना मद में कई कॉलोनियों की सड़कें बना रहा है। इन सड़कों के बारे में खासियत यह है नाम तो नगर निगम का होगा, पर इसकी वसूली जनता से होगी, जो सरासर गैरवाजिब है। इसे लेकर लोगों में गुस्सा है। शहर में और किसी विधायक या जनप्रतिनिधि ने तो इसका विरोध नहीं किया, पर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-5 के भाजपा विधायक महेंद्र हार्डिया ने इस पर नाराजगी व्यक्त की और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
भाजपा MLA हार्डिया ने CM को लिखा कि बेटरमेंट चार्ज (Betterment Charge) वसूलने की नगर निगम की इस योजना से लोग सहमत नहीं है, उनमें भारी गुस्सा भी है। उन्होंने कहना है कि लग निजी कॉलोनियों में खुद के प्लॉट पर मकान बनाकर वर्षों से रह रहे हैं। शहर के विकास के लिए निगम द्वारा सड़क बनाने जा रही है, जिसका उपयोग पूरा शहर करेगा, तो वे सड़क के नाम पर पैसा क्यों दें।
जबकि, निगम के अधिकारियों का कहना है कि रोड बनने से उनके प्लॉट, मकान की वैल्यू बढ़ेगी इसलिए बेटरमेंट चार्ज (Betterment Charge) लिया जाना उचित है। इस कुतर्क का भी MLA महेंद्र हार्डिया ने पत्र में उल्लेख करते हुए लिखे कि जो लोग निजी कॉलोनियों में रह रहे हैं और उनके प्लॉट या मकान की वैल्यू सड़क बनने से बढ़ती है, तो यह नितांत काल्पनिक सोच है। जो लोग अपनी संपत्ति बेच नहीं रहे, तो उसकी वैल्यू की बढ़ने का तर्क देना काल्पनिक सोच है। उन्होंने मुख्यमंत्री से सड़क के नाम पर बेटरमेंट चार्ज (Betterment Charge) वसूले जाने पर रोक लगाने की मांग की है।