Murderous Lover Revealed : प्रेमिका और मौसेरे भाई की हत्या करने वाले प्रेमी ने अपने संबंधों का खुलासा किया!

रिश्तेदारों को भेजे गए वायरल मैसेज में अभिषेक ने स्नेहा से रिलेशन के बारे में खुलकर लिखा!

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Murderous Lover Revealed : प्रेमिका और मौसेरे भाई की हत्या करने वाले प्रेमी ने अपने संबंधों का खुलासा किया!

Indore : आज सुबह स्वामी नारायण मंदिर में हुई स्नेहा जाट और दीपक जाट की हत्या करने के बाद अरिहंत कॉलेज में घुसकर आत्महत्या करने वाले अभिषेक यादव ने खुद को गोली मारने से पहले अपना सुसाइड नोट भी लिखकर तैयार रखा था। आत्महत्या से पहले उसने ये सुसाइड नोट अपने संबंधियों को भेजकर अपनी स्थिति स्पष्ट की। अभिषेक यादव के सुसाइड नोट लिखने से साफ है कि अपनी प्रेमिका स्नेहा जाट और उसके मौसेरे भाई दीपक जाट की हत्या करने की उसने पहले से योजना बनाकर रखी थी। यही कारण था कि वह पिस्टल साथ लेकर गया था।

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वायरल हुए सुसाइड नोट में अभिषेक यादव ने जो लिखा उसमें उसने प्रेमिका और उसके मौसेरे भाई की हत्या का उल्लेख नहीं किया। लेकिन, किसी तीसरे की बात लिखी है। इससे लगता है कि प्रेमिका ने उसके साथ दगाबाजी की होगी जो उसे सहन नहीं हुआ। लेकिन, यह नहीं लिखा कि वो तीसरा व्यक्ति कौन है! लेकिन, अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद उसे दीपक जाट से स्नेहा के संबंधों पर शक था। इसीलिए स्नेहा के साथ उसने दीपक को भी गोली मारी और बाद में आत्महत्या कर ली। अपने नोट के अंत में किसी तीसरे का लिखना आज की इस हत्या की वजह लगती है।

 

अभिषेक यादव का रिश्तेदारों को भेजा गया ब्यौरा

मैं आप सबको स्नेहा और मेरे बारे में बताने जा रहा हूं तो आप मैसेज को ध्यान से पढ़ना। में जो भी बोलूंगा आपको उसका स्क्रीनशॉट का प्रूफ भी दूंगा। स्नेहा और में दिसंबर 2019 में रिलेशनशिप में आए। जब रिलेशन में आए तो मैंने स्नेहा को मना किया था कि मैं शादी नही करूंगा ऐसे ही रिलेशनशिप में रहना है, तो रह सकते है वरना कोई बात नहीं। इस पर उसने कहा कि नहीं अगर शादी करो तो ही रिलेशनशिप में रहूंगी वरना नहीं रहूंगी। उसके बाद हमारी कुछ दिनों तक बात बंद रही।

कुछ दिनों बाद स्नेहा ने कहा ठीक है शादी नही करेंगे अपन, रिलेशनशिप को आगे बढ़ाते हैं। मैंने कहा ठीक है। उस टाइम हमारी ज्यादा बात नहीं हुआ करती थी। उसके बाद लॉकडाउन लग गया और हमारी बात ज्यादा होने लगी। दिनभर एक दूसरे से बात किया करते थे जिससे हमारे बीच प्यार बढ़ गया और एक दूसरे से ज्यादा अटेचमेंट हो गया। उसके बाद लॉकडाउन खुला और हमारा मिलना जुलना स्टार्ट हो गया। स्टार्टिंग में हम लोग रीजनल पार्क या कैफे में मिला करते थे। स्नेहा मेरे लिए हमेशा कुछ न कुछ गिफ्ट लेकर आया करती थी, और मुझसे कुछ भी गिफ्ट नही लेती थी। कहती थी कि मैं घर नहीं ले जा सकती हूं।

मिलना जुलना चलता रहा हमारा तो हमारे बीच नजदीकियां बढ़ने लगी। हम दोनों ने डिसाइड किया कि प्राइवेट होटल या रूम में मिलते है। मैंने भोलाराम मार्ग पर एक होटल में रूम बुक किया और हम वहां पर मिले। रूम में हमारे बीच फिजिकल रिलेशन भी बने। शारीरिक संबंध बनाने के बाद हमारे बीच प्यार और ज्यादा बढ़ गया। पर, उसके बाद स्नेहा मुझ पर शादी करने का दवाब बनाने लगी। कहने लगी कि अब मेरे साथ सब कुछ कर लिया, तो मुझसे शादी करनी पड़ेगी नहीं की तो मैं मर जाऊंगी। ऐसा कर लूंगी वैसा कर लूंगी।

मैंने कहा कि अपनी कास्ट अलग है, शादी नहीं हो पाएगी और घर वाले नहीं मानेंगे। पर, स्नेहा जिद पर अड़ गई और कहने लगी ऐसे तो आप मुझे छोड़ दोगे कभी भी। आपने सब कुछ कर लिया मेरे साथ, इसलिए मुझे शादी करनी है तो चलो मंदिर में नहीं तो आप मेरा मरा हुआ मुंह देखोगे। मुझे छोड़ दिया तो मैं आपके घर आ जाऊंगी। मैं उस टाइम डर गया और मंदिर में जाकर हम दोनों ने शादी कर ली। शादी करने के बाद वो मुझसे हसबैंड के तरह बात करने लगी। मुझे प्यार से हबी बोलने लगी। सुबह उठते से ही मुझे टेक्स्ट मैसेज करने लगी ‘गुड मॉर्निंग हबी।’ वो मुझे अपना हसबैंड मानने लगी और मेरी हसबैंड की तरह मेरी केयर करनी लगी। उसके केयर करने से मेरे अंदर भी उसके लिए फीलिंग्स आने लगी।

उसके बाद हम दोनो महीने में 5 से 6 बार होटल में मिलने लगे और बाकी के टाइम हम इंदौर के आस पास घूमा करते थे। एक दिन हम लोग देवास दर्शन करने गए तो वहां पर स्नेहा कहने लगी कि माताजी के सामने मेरी मांग में सिन्दूर भरो। मैंने कहा कि एक बार मंदिर में शादी कर ली, फिर अब क्यों? तो कहनी लगी यहां की बात अलग है। मांग में सिन्दूर भरो वरना में कुछ कर लूंगी। तो फिर मैंने माताजी के सामने उसकी मांग में सिंदूर भर दिया। ऐसे करके हमारी 2 बार शादी हो गई।

स्नेहा मेरे लिए फिर सारे उपवास करने लगी जो कि एक पत्नी आपने पति के लिए करती है। सारे सावन सोमवार का उपवास करने लगी। उसके बाद हर साल करवा चौथ का उपवास करने लगी। हमारा रिलेशन बहुत मजबूत हो गया और हम दोनो बहुत हंसी-खुशी से एक दूसरे के साथ रहने लगे। उसके बाद स्नेहा कहने लगी कि कोर्ट मैरिज कर लेते हैं अपन। मैंने मना किया कि नहीं अपन ऐसा नही करेंगे। तो कहने लगी कर लेते अपन कोर्ट मैरिज। कभी घर वाले नहीं माने तो अपन बता देंगे कि हमने कोर्ट मैरिज कर ली है। कभी मान गए तो नहीं बताएंगे। पर मैंने उसको जैसे तैसे समझाया।

हम दोनों की बॉन्डिंग बहुत ज्यादा अच्छी हो गई। हम डेली मिला करते थे। स्नेहा मेरी ज्यादा केयर करती थी, हसबैंड के जैसे ट्रीट करती थी। रोज जब भी बात होती तो शादी की बात किया करती थी कि अपन शादी के बाद ऐसा करेंगे, वैसा करेंगे, यहां घूमने चलेंगे, वहां घूमने चलेंगे। हनीमून पर यह जायेंगे ऐसा करेंगे। शादी के बाद के सपने दिखाने लगी। रोज रोज यही बाते करने से मेरे मन में भी कही न कही उसके जैसे ही फीलिंग आने लगी। मतलब में भी उसको अपनी वाइफ मानने लगा और सपने देखने लगा कि स्नेहा सही बोल रही है। अपन ऐसा ही करेंगे। कहने लगी कभी तुमने अब मुझे छोड़ दिया तो में उसी दिन मर जाऊंगी। मैंने कहा में तो नहीं छोडूंगा तेरा पता नहीं।

सब कुछ अच्छा चल रहा था हमारा रिलेशन। 500 से 550 बार हमारे बीच शारीरिक संबंध बने कभी होटल में या फिर दोस्तो के फ्लैट पर। फिर स्नेहा के कहने पर मेने एक पर्सनल रूम रेंट से लिया वहा पर मिलने लगे। स्नेहा हमेशा उसके घर के बारे में बात किया करती थी। सब कुछ बताया करती थी उसके घर के बारे में हर एक बात शेयर करती थी। उसके पापा के बारे में उसकी मम्मी के बारे में उसकी दीदी के बारे में सब कुछ बताया था उसने मुझे।

हमारा रिलेशन बहुत अच्छा चल रहा था सब कुछ ठीक था। हंसी-खुशी से दोनों बहुत ज्यादा अच्छे से रहते थे। बहुत घूमते थे हम लोग। 12 से 13 बार हम लोग उज्जैन घूमकर आए। 7 से 8 बार देवास, महेश्वर और आसपास के सारे वाटरफॉल गए। इंदौर की ऐसी कोई जगह नहीं जहां पर हम दोनों गए न हों। फिर हम दोनो के बीच कोई तीसरा इंसान आ जाता है।