Indore : अमिताभ बच्चन की एक फिल्म में उनका डायलॉग था ‘मूंछे हों तो नत्थूलाल जैसी हो!’ वो तो डायलॉग था, पर इंदौर में एक परिवार के 5 लड़कों की पहचान ही उनकी मूंछें है। इनकी मूंछों की चर्चा शहरभर में की जाती है। रेसकोर्स रोड़ पर रहने वाले वर्मा परिवार के पांच भाईयों में से चार भाईयों की मूंछे अब उनके परिवार की पहचान बन चुकी है। अब पांचवे की मूंछे भी आकार लेने लगी।
वर्मा परिवार में पांच बेटे हैं। छोटे बेटे की उम्र कम होने के चलते उसकी मूंछे पूरी तरह से नही आ पाई, लेकिन उसका भी सपना है कि वो भी अपने बड़े भाईयों के ‘मूंछ क्लब’ (Mustache Club) का सदस्य बने। वर्मा परिवार के चारो नौजवानों की मूंछों को देखने के बाद आप भी अंदाजा लगा सकते है कि ये कोई मामूली मूंछे नहीं है बल्कि ऐसी मूंछे है जो न सिर्फ अपने खास स्टाइल और उसके रख रखाव के लिए जानी जाती है।
मूंछे बड़ी करके उन्हें अजब स्टाइल में ऊपर की तरफ मोड़कर रखने की शुरुआत साल 2013 में भावेश वर्मा ने की थी इसके बाद जब उन्हें लोगों का रिस्पांस मिलने लगा तो अन्य तीन भाईयों ने भावेश की ही तर्ज पर मूंछे रखना शुरू कर दी। शुरू में सभी एक जैसी मूंछे रखने को लेकर परिजन नाराज भी हुए। लेकिन, जब उन्होंने देखा कि वो शादी ब्याह या किसी अन्य फंक्शन में जाते है लोग वर्मा परिवार के चारो भाईयों के साथ सेल्फी से लेकर फ़ोटो और वीडियो शूट करवाने के लिए लगा देते है बस इसीके बाद परिवार वालो ने भी बढ़ती मूंछों में परिवार की प्रसिद्धि को देखा और फिर किसी भी भाई को नही टोका।
भावेश वर्मा के साथ ही मोहिंदर वर्मा, विजय वर्मा और स्वप्निल वर्मा ने एक जैसी मूंछे रखी और अब सभी लोगो के बीच आकर्षण का केंद्र बने रहते है। वही सभी एक ही बात कहते है कि मूंछों की बात और शान दोनों ही अलग हटकर होती है। इधर, वर्मा परिवार के मूंछ वाले भाईयों के अलावा एक छोटा भाई हार्दिक वर्मा भी है जिनकी अभी से बस एक ही हार्दिक इच्छा है कि वो जल्द बड़े हो और उनकी मूंछे भी आए और वे अपने भाईयों की तर्ज पर टशन में मूंछे रख दुनिया को दीवाना बना दे।