Mystery of Mutilated Body Solved : ट्रेन में मिले महिला के कटे शव की गुत्थी सुलझी, GRP ने आरोपी को पकड़ा!

जानिए, हत्या क्यों की और वारदात को अंजाम कैसे दिया!

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Mystery of Mutilated Body Solved : ट्रेन में मिले महिला के कटे शव की गुत्थी सुलझी, GRP ने आरोपी को पकड़ा!

Indore : ट्रेन में मिले महिला के कटे शव के आरोपी को पुलिस ने पकड़ लिया। पति से झगड़ा करने के बाद महिला मथुरा जाने के लिए बिलपांक (रतलाम) से उज्जैन रेलवे स्टेशन पहुंची। वहीं उसे एक आदमी मिला, जिसने उसे झांसा दिया और घर ले गया। जब महिला ने संबंध बनाने से इंकार किया तो उसकी हत्या कर शव के तीन टुकड़े करके दो ट्रेनों में रख दिए। पुलिस ने जब उसे पकड़ा तो उसने सारा खुलासा कर दिया।

पुलिस ने आरोपी को रतलाम से गिरफ्तार किया। आरोपी महिला के मोबाइल में अपनी सिम डालकर चला रहा था। मोबाइल नंबर को ट्रैक करते हुए पुलिस आरोपी तक पहुंच गई। महिला की हत्या का राज आरोपी की पत्नी ने पुलिस के सामने खोला।

रेलवे पुलिस ने मामले में उज्जैन से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। जीआरपी पुलिस ने बताया कि 8 जून को इंदौर स्टेशन के यार्ड में अंबेडकर नगर-इंदौर ट्रेन यार्ड में खड़ी थी। यहां सफाईकर्मी को महिला का धड़ और सिर मिला था। तीसरे दिन महिला के हाथ और पैर हरिद्वार में मिले थे। महिला के हाथ पर मीराबेन और गोपाल भाई लिखा था। इसके बाद पुलिस ने महिला की शिनाख्त कर जांच शुरू कर दी थी। जांच करती हुई पुलिस ने गुमशुदा महिला मीराबाई पति भंवरलाल डामर का हुलिया एवं गुमशुदगी का मिलान होने पर परिजनों से संपर्क किया।

15 साल से रह रहा है उज्जैन में

महिला की शिनाख्ती के बाद पुलिस ने पोस्टर्स लगाए थे। इसमें पता चला की महिला की हत्या उज्जैन के रहने वाले कमलेश पिता रामप्रसाद पटेल (60) निवासी ग्राम पिपरोनिया थाना बाला बेहट जिला ललितपुर है जो लगभग 15 साल से हीरा मील की चाल थाना देवास गेट (उज्जैन) में रहता है, उसने की है।

ट्रेन में बैठाने का झांसा दिया 

जब पुलिस ने कमलेश पकड़ा तो उसने हत्या करना कबूला। आरोपी ने बताया कि 6 जून की शाम उज्जैन रेल्वे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर मृतिका मीरा बाई बैठी थी। मीराबाई को अकेला देख मैंने आत्मीयता दिखाते हुए उससे बात की। महिला ने बताया कि वह पति से नाराज होकर आई है तथा मथुरा जाना है। इस पर कमलेश द्वारा मृतका की मजबूरी का फायदा उठाकर उससे कहा कि अभी कोई ट्रेन नहीं है मेरे घर चलो। खाना खाकर ट्रेन आने पर बैठा दूंगा।

नींद की गोलियां खिलाई

घर ले जाकर खाना खिलाकर महिला को सुला दिया। दूसरे दिन 7 जून की सुबह आरोपी कमलेश ने शारीरिक संबध बनाने के लिए मृतिका के खाने में नींद की गोली मिला दी, उसे बेहोशी आने लगी। इसका फायदा उठाकर कमलेश शारीरिक संबंध बनाने का प्रयास करने लगा। किंतु मृतका विरोध कर चिल्लाने लगी तो आरोपी ने लोहे के बड़े नट से उसके मुंह पर वार किया जिससे वह बेहोश हो गई। बाद में रस्सी से गला घोटकर मीराबाई की हत्या कर दी।

संतूर से काटा शरीर

लाश को ठिकाने लगाने के लिए संतूर से उसके शरीर को काटकर बैग तथा बोरियों में भरकर रखा, ताकि पहचान न हो सके। अलग-अलग तीन पैकिंग की, जिसमें दो पैकिंग को 8 जून को उज्जैन आऊटर पर रुकी ट्रेन में बैग एवं बोरी सीट के नीचे रखकर चला गया। एक अन्य बोरी इंदौर-देहरादून ट्रेन के उसी स्थान पर खड़ी होने पर कोच की कपलिंग में रखकर घर में छिप गया।