Indore : भंवरकुआं चौराहा अब टंट्या भील चौराहा के नाम से जाना जाएगा। इसके अलावा MR-10 पर बन रहे आईएसबीटी (Inter State Bus Terminal) बस स्टैंड का नाम भी बदलकर टंट्या मामा के नाम पर होगा। यह घोषणा मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने सोमवार को मंडला में की। वे जनजातीय गौरव सप्ताह के समापन अवसर पर यहां पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि आदिवासियों के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।\
उन्होंने कहा कि हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम हाल ही में गोंड रानी कमलापति के नाम पर रखा गया है। वहीं स्वतंत्रता सेनानियों और आदिवासी नेताओं के नाम पर कई जगहों और संरचनाओं के नामकरण की मांग की जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मंडला में सभा को बताया कि कांग्रेस पार्टी ने जानबूझकर आदिवासियों और उनके नायकों के इतिहास को छुपाया है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी में अमरकंटक में एक आदिवासी विश्वविद्यालय खोला। लेकिन, उन्होंने इसका नाम इंदिरा गांधी के नाम पर रखा। उन्हें इसका नाम आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर रखना चाहिए था। मैं वादा करता हूं, मैं गोंडवाना की महिमा को बहाल करूंगा।