Bhopal : भाजपा की राजनीति के अपने अलग ही रंग हैं। यहां सभी नेताओं को बोलने की खुली छूट मिली है। मुरलीधर राव अकेले नहीं है, जो हमेशा ही अपने दिलचस्प बयानों के कारण चर्चा में रहते हैं। नारायण त्रिपाठी को भी ऐसा ही माना जा सकता है, जो पार्टी की रीति-नीति का तो कभी ध्यान नहीं रखते, पार्टी को मुसीबत में डालने का भी मौका नहीं छोड़ते! अर्जुन सिंह की प्रतिमा अनावरण के बहाने उन्होंने अर्जुन सिंह समर्थकों को अपने साथ लामबंद करने की कोशिश की है। लेकिन, उन्होंने अपने बयान में यह भी कहा कि ये कोई बगावत नहीं है! विंध्य के मान-सम्मान की बात है।
मैहर के भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने ताजा बयान पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के धाकड़ नेता रहे अर्जुन सिंह को लेकर दिया है। भाजपा MLA ने भोपाल में अर्जुन सिंह की प्रतिमा के अनावरण के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने CM से इसके लिए समय मांगा है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि प्रतिमा का अनावरण न होने से विंध्य के लोग अपने आपको अपमानित महसूस कर रहे हैं।
बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी ने इस बयान में कहा कि अर्जुन सिंह भले ही प्रधानमंत्री नहीं बने हो। लेकिन, प्रधानमंत्री के बाद दूसरा नाम अर्जुन सिंह का आता था। उन्होंने कहा कि विंध्य के नेताओं को आदर्श मानकर हम राजनीति करते हैं।
ये लिखा नारायण त्रिपाठी ने पत्र में.
नारायण त्रिपाठी ने सीएम को भेजे पत्र में लिखा है कि अर्जुन सिंह केंद्रीय मंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री जैसे पदों पर रहे हैं। उन्हें भारतीय राजनीति का चाणक्य कहा जाता है। अर्जुन सिंह की प्रतिमा लंबे समय से राजधानी भोपाल के नानके तिराहे पर स्थापित थी। लेकिन, उस प्रतिमा का अनावरण नहीं किया गया। इसके बाद रास्ते के चौड़ीकरण के लिए अर्जुन सिंह की प्रतिमा को भोपाल के व्यापम चौराहे पर स्थापित कर दिया गया। यहाँ भी अभी तक प्रतिमा का अनावरण नहीं हो सका।
भाजपा MLA ने आरोप लगाया कि विंध्य क्षेत्र के इस महान नेता के अपमान से विंध्य के लोग अपमानित और उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। BJP MLA ने जल्द से जल्द अर्जुन सिंह की प्रतिमा के अनावरण की मांग की और CM से इसके लिए समय मांगा है। विधायक ने ये भी मांग की है कि अनावरण के दौरान गरिमामय आयोजन किया जाए।
सरकार के खिलाफ मोर्चा
BJP के ये MLA नारायण त्रिपाठी ने पिछले साल अलग विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर भी प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। बाद में समझाने पर उनके तेवर नरम पड़ गए, पर ये अकसर होता रहा है। अर्जुन सिंह की प्रतिमा के अनावरण को भी ऐसी ही मांग से जोड़कर देखा जा रहा है। क्योंकि, अर्जुन सिंह विंध्य के बड़े नेता माने जाते थे और लंबे समय तक उनका मध्य प्रदेश की राजनीति में दबदबा रहा।