Narmada Dam Gates Open : इंदिरा सागर के 12 और ओंकारेश्वर बांध के 9 गेट खोले गए, नर्मदा का जलस्तर बढ़ा, कई घाट जलमग्न!

प्रशासन ने लोगों को नदी से दूर रहने की चेतावनी दी, बोटिंग, नहाने पर रोक, दुकानें हटाई गई!

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Narmada Dam Gates Open : इंदिरा सागर के 12 और ओंकारेश्वर बांध के 9 गेट खोले गए, नर्मदा का जलस्तर बढ़ा, कई घाट जलमग्न!

Khandwa : नर्मदा नदी के ऊपरी इलाकों में भारी बारिश के कारण बांधों पर पानी का दबाव बढ़ा है। इसके बाद रविवार सुबह 4 बजे इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के गेट खोले, जिससे पानी छोड़ा गया। इंदिरा सागर के 12 और ओंकारेश्वर बांध के 9 गेट खोल दिए गए। इसका असर निमाड़ के दोनों जिलों खंडवा और खरगोन में देखने को मिल रहा है। नर्मदा के ऊपरी इलाके में लगातार भारी बारिश ने पूरी तरह से जनजीवन ठप्प कर दिया है।

गेट खोलने की सूचना एक दिन पहले ही दे दी गई थी। भारी बारिश के बाद खंडवा जिले के दोनों बड़े बांध ओंकारेश्वर और इंदिरासागर के गेट खोले गए हैं। इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध प्रबंधन ने एक दिन पहले ही खंडवा जिला प्रशासन को यह सूचना दे दी थी कि वह नर्मदा के निचली बस्ती में मुनादी करवा दें कि रविवार से बांध के गेट खोले जाएंगे। ऐसी स्थिति में निचली बस्ती के लोग अलर्ट रहें।

 

24 में से 9 गेट खोले गए

ओंकारेश्वर बांध के 24 गेटों में से 9 गेट खोल दिए गए हैं। इन 9 गेटों से 3510 क्यूमेक्स वाटर डिस्चार्ज किया जा रहा है। वहीं इंदिरा सागर बांध के भी 20 में से 12 गेट खोल दिए गए। इंदिरा सागर बांध से भी 3460 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है।

इंदिरा सागर बांध के जनरल मैनेजर अजीत कुमार ने बताया कि हाई कोर्ट के आदेश पर इंदिरा सागर बांध का लेवल 258 मीटर रखना है। वह लेवल पूरा हो चुका है। लेवल पूरा होने के कारण बांध को खाली करना पड़ता है। इसलिए इंदिरा सागर बांध के गेट खोले गए। इन 10 गेट को फिलहाल आधे मीटर की ऊंचाई पर खोला गया है। वहीं, दो गेट पूरी तरह एक मीटर की ऊंचाई पर खोले गए। इधर, इंदिरा सागर बांध से बिजली बनाने का भी कार्य लगातार जारी है। लिहाजा इन सब प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सुबह 4 से ही बांध के गेट खोल दिए गए।

ओंकारेश्वर बांध के 9 गेट खोले

ओंकारेश्वर बांध के जनरल मैनेजर डीके द्विवेदी ने बताया कि जो गेट खोले गए उस कारण ओंकारेश्वर बांध का भी जलस्तर 194.9 मी. के करीब पहुंच गया। लिहाजा ओंकारेश्वर बांध के 23 गेट में से कुल 9 गेट अभी खोल दिए गए हैं। यहां से 3510 क्यूमैक्स पानी छोड़ा जा रहा है।

ओंकारेश्वर में हाई अलर्ट, नर्मदा के घाट डूबे

ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर छोड़ते ही ओंकारेश्वर बांध से थोड़ी दूरी पर बने हुए नर्मदा के जितने भी घाट हैं, उनमें से ब्रह्मपुरीघाट, कोठीतीर्थ घाट, नागरघाट, चक्रतीर्थघाट, अभयघाट, और गोमुखघाट पूरी तरह से जलमग्न हो गए। खंडवा कलेक्टर ऋषभ गुप्ता और खंडवा एसपी मनोज कुमार राय ने आम जनता और ओंकारेश्वर आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे नर्मदा नदी के तट से दूर रहें। नर्मदा घाटों पर नावों पर पर्यटन करने वालों पर भी रोक लगा दी गई है।

2 दिनों तक पानी दो दिन तक छोड़ा जाता रहेगा

ओंकारेश्वर बांध के जनरल मैनेजर डीके द्विवेदी ने बताया कि श्रद्धालुओं के ओंकारेश्वर आगमन को लेकर दो दिनों तक वॉटर डिस्चार्ज में कोई बदलाव नहीं होगा। क्योंकि, सावन के तीसरे सोमवार को लेकर बड़ी संख्या में देश से लोग यहां पहुंचते हैं। लिहाजा आम जनता को कोई परेशानी न हो इसलिए जलस्तर में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।