भोपाल:मध्यप्रदेश में अमरकंटक से गुजरात को जोड़ने के लिए बन रहे 906 किलोमीटर लंबे नर्मदा एक्सप्रेस वे से अब फीडर रुट्स के जरिए प्रदेश के सात जिलों को जोड़ा जाएगा। इन जिलों के नर्मदा एक्स्रेस वे से जुड़ने से यहां पर्यटन गतिविधियों में इजाफा होगा और औद्योगिक निवेश में भी इजाफा होगा। आने वाले चुनावों में वोटरों को रिझाने के लिए अब राज्य सरकार इस परियोजना को तेजी से पूरा करने में जुट गई है।
मध्यप्रदेश में तैयार हो रहा नर्मदा एक्सप्रेस वे कबीर चबूतरा अमरकंटक से शुरु होगा और डिंडौरी-जबलपुर-औबेदुल्लागंज-बुदनी-नसरुल्लागंज-संदलपुर-करनावद-इंदौर-धार-सरदारपुर से झाबुआ जिले में गुजरात सीमा तक बनेगा। इसी संपूर्ण लंबाई 906 किलोमीटर होगी।
*मध्यप्रदेश में इस तरह बनेगा नर्मदा एक्सप्रेस वे-*
अंमरकंटक-डिंडौरी-जबलपुर के बीच 249 किलोमीटर लंबा मार्ग केन्द्र सरकार की वार्षिक योजना में शामिल है। जबलपुर से औबेदुल्लागंज के बीच 269 किलोमीटर लंबे मार्ग को केन्द्र सरकार मंजूरी दे चुकी है। इस पर निर्माण कार्य जारी है। औबेदुल्लागंज से बुधनी के बीच 32 किलोमीटर लंबे मार्ग का निर्माण केन्द्र सरकार करा रही है। बुधनी से नसरुल्लागंज के बीच 53 किलोमीटर लंबे मार्ग को केन्द्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 21-22 की वार्षिक कार्ययोजना में शामिल कर लिया है। संदलपुर से इंदौर के बीच 93 किलोमीटर लंबा मार्ग का निर्माण केन्द्र सरकार द्वारा कराया जा रहा है। इंदौर-धार-झाबुआ से होकर गुजरात सीमा को जोड़ने वाले 175 किलोमीटर लंबे मार्ग में पहले से ही चार लेन मार्ग बना हुआ है। इन सभी मार्गो को चोर लेन अथवा दस मीटर चौड़ा बनाया जाएगा।
*नसरुल्लागंज से संदलपुर मार्ग है छूटा-*
नसरुल्लागंज से संदलपुर के बीच 35 किलोमीटर लंबे मार्ग को अभी केन्द्र या राज्य की किसी योजना में शामिल नहीं किया गया है। आने वाले समय में इसे भी केन्द्र सरकार से स्वीकृत कराने का प्रयास जारी है।
*सात जिले फीडर रुट्स से जुड़ेंगे-*
सूत्रों के मुताबिक नर्मदा एक्सप्रेस वे का जो एलाइनमेंट तय किया गया है उससे लगे सात जिलों को फीडर रुट्स से जोड़ दिया जाए तो इन जिलों में पर्यटन गतिविधियां भी बढ़ जाएंगी और औद्योगिक निवेश की संभावनाएं भी बढ़ेंगी साथ ही इन जिन जिलों का सर्वांगीण विकास भी हो सकेगा। जिन जिलों को नर्मदा एक्सप्रेस वे से जोड़ा जाएगा उनमें खरगौन, खंडवा, हरदा, बड़वानी, अलीराजपुर, रीवा एवं शहडोल शामिल है।
*बारह फीडर रुट्स के जरिए नर्मदा एक्सप्रेस वे से जुड़ेंगे 7 जिले-*
अमरकंटक से शहडोल के बीच 67 किलोमीटर लंबे दो लेन राज्य राजमार्ग को राज्य राजमार्ग तैयार करेगा। जबलपुर से रीवा के बीच 212 किलोमीटर लंबा मार्ग केन्द्र सरकार ने पहले से फोर लेन तैयार कर रखा है। औबेदुल्लागंज से भोपाल के बीच तीस किलोमीटर लंबा फोर लेन राज्य राजमार्ग निर्माणाधीन है। संदलपुर से हदा के बीच 39 किलोमीटर लंबा फोर लेन मार्ग बन रहा है। इंदौर से खंडवा के बीच 125 किलोमीटर लंबा फोर लेन निर्माणाधीन है। इंदौर से खलघाट को जोड़ने वाला 88 किलोमीटर लंबा मार्ग केन्द्र सरकार फोर लेन मार्ग पहले से बना हुआ है। खलघाट से खरगौन के बीच 52 किलोमीटर लंबा दू लेन मार्ग पहले से तैयार है। इसके अलावा ठीकरी से अंजड़ के बीच दू लेन मार्ग, अंजड़ से बड़वानी के बीच 19 किलोमीटर लंबा मार्ग, झाबुआ से जोबट के बीच 38 किलोमीटर लंबा मार्ग पहले से निर्मित है। इसके अलावा जोबट से अलीराजपुर के बीच 32 किलोमीटर मार्ग तैयार होना है। इस तरह कुल 736 किलोमीटर लंबे फीडर रुट्स के जरिए नर्मदा एक्सप्रेस वे से सातो जिले जुड़ जाएंगे।
*यह होगा फायदा-*
नर्मदा एक्सप्रेस वे में विभिन्न जिलो के जिला मार्ग, राज्य राजमार्ग और राष्टÑीय राजमार्ग से जोड़ा जाएगा। इस क्षेत्र में पूर्व से ही रोबस्ट इंडस्ट्रियल इकोसिस्टम है। बड़ी इकाईयों के साथ-साथ इस क्षेत्र में कई एमएसएमई इकाईयां भी संचालित है। वर्तमान औद्योगिक इकोििसस्टम्स का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। पीथमपुर निवेश क्षेत्र में 6 हजार 708 एकड़ क्षेत्र में स्मार्ट इंडस्ट्रियल पार्क, एसईजेड, मोहासा बाबई में 24 सौ एकड़, देवास में 32 सौ एकड़, फूड पार्क बाबई में 66 हेक्टेयर, उमरिया-डूंगरिया जिला जबलपुर में 304 एकड़, हरगढ़ जिला जबलपुर में 671 एकड़, लमतरा जिला कटनी में 114 एकड़, आईजीसी मनेरी मंडला में 12 सौ एकड़ इस तरह कुल 14 हजार 663 एकड़ औद्योगिक क्षेत्र को तैयार और विकसित कर इससे जोड़ा जाएगा। इसी तरह कुछ और नये औद्योगिक क्षेत्र विकसित होंगे। पर्यटन क्षेत्र जुड़ने से पर्यटन गतिविधियां और निवेश बढ़ेगा।