Narmada Expressway : MP का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे, 3 राज्य, 12 जिले ‘नर्मदा एक्सप्रेस वे’ से जुड़ेंगे!  

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Narmada Expressway : MP का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे, 3 राज्य, 12 जिले 'नर्मदा एक्सप्रेस वे' से जुड़ेंगे!

Narmada Expressway : MP का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे, 3 राज्य, 12 जिले ‘नर्मदा एक्सप्रेस वे’ से जुड़ेंगे!

लंबाई 1300 किमी, चौड़ाई 8 लेन और लागत होगी 31 हजार करोड़ रुपए!

Bhopal : प्रदेश का सबसे लम्बा एक्सप्रेस-वे और प्रदेश की सबसे लंबी सड़क का निर्माण जारी है। करीब 1300 किमी लंबी ये सड़क 12 जिलों से होकर गुजरेगी। इसकी लागत करीब 31 हजार करोड़ रुपए होगी। इसे ‘नर्मदा एक्सप्रेस-वे’ नाम दिया गया जो यमुना एक्सप्रेस वे से करीब चार गुना बड़ा होगा। यह एक्सप्रेस वे गुजरात और छत्तीसगढ़ को जोड़ेगा।

नर्मदा एक्सप्रेस वे अनूपपुर जिले के अमरकंटक से अलीराजपुर जिले तक बनाया जाएगा। इस एक्सप्रेस वे से जो स्टेट हाईवे कनेक्ट होंगे, वे अभी टू-लेन हैं। लेकिन, बाद में इन्हें भी चौड़ा कर फोरलेन कर दिया जाएगा। नर्मदा एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई 1300 किमी होगी और यह प्रदेश में 906 किमी लंबा होगा। यह पूर्व में अमरकंटक को पश्चिम में अलीराजपुर से जोड़ेगा। इस एक्सप्रेस वे को ‘नर्मदा प्रगति पथ’ नाम दिया गया है। यह मध्य प्रदेश के 12 जिलों से गुजरेगा। बाद में इसे अलीराजपुर से गुजरात में भरूच या अहमदाबाद तक 150 किमी और आगे बढ़ाया जाएगा।

पर्यटन की संभावना बढ़ेगी

यह नर्मदा एक्सप्रेस-वे अलीराजपुर से अहमदाबाद और अनूपपुर से छत्तीसगढ़ से भी जुड़ेगा। इस एक्सप्रेस वे के बनने से दोनों राज्यों में साथ ही मध्यप्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इसके बनने के बाद लोग तीनों राज्यों में पर्यटन का मजा ले सकेंगे। इस एक्सप्रेस वे के बनने से दोनों राज्यों के साथ ही मध्य प्रदेश में टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। लोग कम समय में तीनों राज्यों में पर्यटन का लुत्फ ले सकेंगे। इसका ओंकारेश्वर, अमरकंटक, भेड़ाघाट-लमेटाघाट में टूरिज्म बढ़ेगा। साथ ही निवेश की संभावनाएं बढ़ेंगी।

लागत 31 हजार करोड़, 12 जिलों से गुजरेगा

नर्मदा एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत करीब 31 हजार करोड़ रुपए है। 8 लेन का यह एक्सप्रेस वे गुजरात को मध्य प्रदेश होते हुए छत्तीसगढ़ से जोड़ेगा। हालांकि, अभी इसके लिए टेंडर आदि का काम नहीं हुआ है, लेकिन इसे 2028-29 तक पूरा करने की योजना है। यह एक्सप्रेस वे तीन राज्यों को जोड़ेगा। प्रदेश के 12 जिलों को कनेक्टिविटी देगा। इन 12 जिलों में शामिल होंगे अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, उज्जैन जबलपुर, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, हरदा, खंडवा, खरगोन, बड़वानी और अलीराजपुर।

एक्सप्रेस वे से होंगे कई फायदे

नर्मदा एक्सप्रेस वे के बन जाने से क्षेत्र में रियल स्टेट मार्केट पर अच्छा असर पड़ेगा। आसपास के शहरों और कस्बों तक पहुंच आसान होगी। इस एक्सप्रेसवे के बनने से औद्योगिक विकास के साथ ही मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गुजरात में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। यमुना एक्सप्रेस वे से करीब 4 गुना   इससे 30 नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे और जिलों की सड़कें जुड़ेंगी, जिससे साफ तौर पर इन जिलों के विकास को लाभ होगा। यह यमुना एक्सप्रेस वे से करीब 4 गुना लंबा होगा।

खास बात यह कि इस एक्सप्रेस वे से जो स्टेट हाईवे कनेक्ट हो रहे हैं, वो फिलहाल टू-लेन हैं। लेकिन, इन्हें भी आगे चलकर चौड़ा कर दिया जाएगा, ये फोरलेन हो जाएंगे। जिससे इनके आसपास बसे शहरों, कस्बों के लोगों को फायदा होगा। इसका काम तेजी से चल रहा है कि उम्मीद है कि तय समय 2026 में ये पूरा हो जाएगा। सड़क के दोनों तरफ 100 मीटर का राइट ऑफ भी बनाया जा रहा है।