निशाने पर नाथ…

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निशाने पर नाथ…

विधानसभा चुनाव 2023 से पहले भाजपा ने चारों तरफ से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ पर हमला बोल दिया है। भाजपा के एजेंडे पर कांग्रेस के नाथ हैं। जगदीश टाइटलर के जरिए जिंदा हुई सिख दंगों के मुद्दे पर नाथ पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने सीधा हमला बोल दिया है। वहीं राजीव गांधी की पुण्यतिथि को जन्मदिवस बताने वाला नाथ का एक वीडियो वायरल हो रहा है। और इस वीडियो का हवाला देते हुए कृषि मंत्री कमल पटेल ने नाथ की मानसिक स्थिति पर ही सवालिया निशान लगा दिए हैं। और प्रदेश कार्यसमिति में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने तो बुढऊ बताते हुए नाथ की चाल की खिल्ली उड़ाई थी। तो विश्वास सारंग ने नाथ पर हमला बोला कि सिख समाज को इंतजार है कि नाथ को सजा मिले।
निशाने पर नाथ...
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने टाइटलर के बहाने नाथ पर सीधा हमला बोला कि सिख दंगों में सज्जन जेल में, जगदीश पर चार्जशीट, अब कमलनाथ की बारी है। भारत के अंदर ऐसा घटनाक्रम जो पूरे भारत को झकझोर देता है। 1984 के सिख दंगों में एक नहीं हजारों लोगों की नृशंस  हत्याएं हुईं। जिस प्रकार से हजारों लोगों पर आक्रमण किए गए थे कई लोगों की हत्या कर दी गई थी। उसका जो कमीशन बना था, उस कमीशन की रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई की इंक्वायरी में एक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जिन्होंने दंगों को भड़काया था वह सज्जन कुमार जेल के अंदर हैं। दूसरे श्रीमान जगदीश टाइटलर जो नेता कम गुंडों की भूमिका में ज्यादा है। सीबीआई ने उनके खिलाफ चार्जशीट पेश की है। वह जल्द ही जेल के सीखचों में होंगे। मैं जरूर यह बात कहना चाहता हूं कि इन्हीं दंगों के आरोप में संदिग्ध जिनके ऊपर आरोप हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमान कमलनाथ जी आपके हाथ 84 के दंगों के खून में सने हुए होने का आरोप है। जल्दी ही आपको भी सीबीआई से लेकर अन्य एजेंसी काम कर रही हैं। जल्दी ही आपके ऊपर जो आरोप हैं वह तय होंगे।
kamal nath in morena
आपसे मध्य प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि कमलनाथ जी आपने इस प्रकार का षड्यंत्र किया। मध्य प्रदेश की जनता भी आपसे सवाल पूछना चाहती है और पूछ रही है। आज आप मध्य प्रदेश के अंदर जो झूठ, छल, कपट, भ्रम फैलाने का प्रयास करते हैं, यह मध्य प्रदेश की जनता आपको देख रही है। ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण निर्णय उन लोगों के लिए जिनके परिवारजनों की हत्या कर दी गई।उनके मन को आज सुकून होगा कि 2 लोग तो अब जेल के अंदर पहुंच रहे हैं,तीसरे की तैयारी है। इससे पहले विष्णु दत्त शर्मा ने हमला बोला था कि ‘कमीशन नाथ’ के भ्रष्टाचार को हर बूथ पर कार्यकर्ता उजागर करेंगे। 15 महीने वाली कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री कमलनाथ ‘कमीशन नाथ’ की भूमिका में थे। उस सरकार ने मध्यप्रदेश को लूटने का काम किया। जिन लोगों ने वल्लभ भवन को कमीशन खोरी और वसूली का अड्डा बना दिया था, ऐसे लोगों को भारतीय जनता पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता पूरे मध्यप्रदेश में 64 हजार बूथों पर एक्सपोज करने का काम करेगा। उत्साहित पार्टी कार्यकर्ताओं ने एकमत से यह तय किया है कि “अबकी बार 200 पार और मिस्टर बंटाढार से आर-पार”।
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तो नाथ पर कमल पटेल ने बड़ा हमला बोला और कांग्रेस पार्टी से बड़ी अपील भी कर डाली। पटेल ने कहा कि सुनो सुनो कांग्रेस हाईकमान सोनिया, राहुल, प्रियंका गांधी और तथाकथित  मल्लिकार्जुन  मध्यप्रदेश में आपने मानसिक रोगी भेज दिया है। जो दिल्ली में काम करने से डरता है। मैं सलाह देता  हूं। आप अपनी पार्टी में ऐसे मानसिक रोगी को अस्पताल में भर्ती करें। और इसका उपचार करवाएं। आपके कमलनाथ को पता ही नहीं है। सोनिया, राहुल, प्रियंका के साथ मल्लिकार्जुन जी आज राजीव गांधी भारत रत्न की पुण्यतिथि थी और आपके कमलनाथ कह रहे हैं कि आज उनका जन्मदिन है। अरे अब तो हद हो गई मानसिकता बदलिए भाजपा में हो लीजिए। वंदे मातरम जय श्री राम…।
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चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने सवाल किया कि क्या कांग्रेस सिख दंगों के आरोपी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश का चुनाव लड़ेगी? नानावटी आयोग एवं जांच एजेंसी के कारण सज्जन जेल में, टाईटलर की बारी है। सीबीआई ने जगदीश टाईटलर के खिलाफ भी जार्चशीट प्रस्तुत की है और वो भी जल्द ही जेल में होंगे। तीसरा नाम कमलनाथ है, निश्चित ही आने वाले समय में जो इस पूरे मामले में दोषी हैं, उनपर भी कार्यवाही होगी ऐसी उम्मीद है। जांच एजेंसी अपना काम कर रही हैं।गवाहों की किताब में कमलनाथ का जिक्र है। कमलनाथ को जब 2016 में पंजाब का प्रभारी बनाया गया था, तो इसी बात का विद्रोह पंजाब में हुआ था और कांग्रेस नेतृत्व को उन्हें तत्काल प्रभाव से प्रभारी के पद से हटाना पड़ा था। इसी तरह विगत दिनों इंदौर में एक बड़े कीर्तन करने वाले सिख संत मनप्रीत कनपुरिया जब इंदौर पहुंचे थे, तो उन्होंने भी इस चीज का विरोध किया था कि जो व्यक्ति सिख दंगों का दोषी है, वह सिख गुरूद्वारे में या सिख कीर्तन में, गुरू के प्रकाश पर्व में कैसे आ सकता है? सारंग ने कहा कि सिख समाज की उम्मीद है कि तीसरे दोषी कमलनाथ को भी सजा मिले।
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हाल ही में भोपाल में हुई बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में कैलाश विजयवर्गीय ने पूर्व सीएम कमलनाथ औैर दिग्विजय सिंह को बुढ़ऊ कहा था। वह बोले कांग्रेस के बारे में क्या कहूं,कांग्रेस के दो जासूस बोलूं,बुढऊ बोलूं,क्या बोलूं,घूम रहे हैं,75-75 साल की उम्र है,वो जब चलते हैं,खाली चाल ही देख लो आप।कमलनाथ जी जब चलें तो उसका एक वीडियो निकाल लेना और शिवराज जी चलें तो उसका वीडियो निकाल लेना।स्पीड से पता लग जाएगा कि भारतीय जनता पार्टी कितनी तेज है।
kamalnath and narendra saluja
कभी कमलनाथ के मीडिया समन्वयक रहे अब भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा के निशाने पर सबसे ज्यादा नाथ ही हैं। इंदौर में कीर्तनकार मनप्रीत के नाथ पर हमला बोलने वाले एपीसोड के बाद सलूजा को कांग्रेस से तौबा करना पड़ा था। इन मामलों में भी सलूजा ने नाथ पर ट्वीट के जरिए सीधा वार किया कि कमलनाथ जी कह रहे हैं कि मैं स्व. राजीव गांधी जी को स्कूल से जानता हूं , हम साथ पढ़े हैं तो फिर उन्हें यह भी पता होना चाहिए कि आज उनकी पुण्यतिथि है , जन्मदिवस नही…..। वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के हवाले से ट्वीट किया कि ”सज्जन कुमार जेल में , जगदीश टाइटलर पर चार्ज शीट , अब अगली बारी कमलनाथ की…84 सिख कांड के दोषी बचेंगे नही’…”। तो अब कांग्रेस के नए सलूजा नाथ के बचाव में उतरे हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस क़ौमी एकता प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष व सिख यूथ एसोसिएशन ऑफ़ इंदौर के अध्यक्ष सचप्रीत सिंह (सच सलुजा) ने बचाव किया कि जब-जब चुनाव क़रीब आता है, भाजपा धर्म, झूठ और फ़रेब की राजनीति शुरू कर देती है। भाजपा सिखों को हमेशा से ही कमलनाथ जी पर सिख दंगों का आरोप लगाकर गुमराह करती आयी है। जबकि हक़ीक़त ये है कि आज तक किसी दंगों में किसी भी एफ़आईआर या आरोप पत्र में कमलनाथ जी का नाम तक नहीं है। सिख समाज को भयभीत कर, भावनाओं से खेलना भाजपा का चरित्र बन गया है।
अब सच क्या है और झूठ क्या है, वह सामने आ ही जाएगा। सीबीआई सिख दंगों के मामले में कमलनाथ तक हाथ बढ़ाती है या नहीं। पर भाजपा अपने उस मिशन में तो कामयाब हो ही गई है, जिसमें 1984 के सिख दंगे मौहब्बत की दुकान का शटर बंद करते नजर आएंगे। और कर्नाटक से चली मौहब्बत की दुकान मध्यप्रदेश की सीमा में घुसने से पहले सिख दंगों में नफरत का गुबार याद कर थोड़ा तो ठिठक ही जाएगी…।