केंद्र सरकार की जन एवं श्रम विरोधी नीतियों के विरोध में 28 एवं 29 मार्च को राष्ट्रव्यापी हड़ताल

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रतलाम से रमेश सोनी की रिपोर्ट

Ratlam: देश के सभी केंद्रीय श्रम संगठनों एवं राष्ट्रीय फेडरेशनों के संयुक्त आवाह्न पर केंद्र सरकार की मनमानी एवं श्रम विरोधी नीतियों के विरोध में शासकीय, अशासकीय कर्मचारी, निजी क्षेत्र के श्रमिक, आशा उषा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता 28 एवं 29 मार्च को हड़ताल पर रहेंगे।राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इण्टक) एवं इससे समर्थित देश की तमाम यूनियनों ने आंदोलन का समर्थन करते हुए आंदोलन में सक्रियता से भाग लेने की अपील की है।

क्या कहते हैं इंटक अध्यक्ष अरविन्द सोनी

मांगों को लेकर इंटक काउंसिल रतलाम अध्यक्ष अरविंद सोनी,महामंत्री अर्जुनलाल निमावत ने बताया कि इन विभिन्न मुद्दों को लेकर दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल होगी।

मीडिया प्रभारी संजय वोहरा ने बताया

राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस के प्रेस प्रवक्ता एवं सचिव संजय कुमार वोहरा ने बताया कि आंदोलन का मुख्य उद्देश चारों श्रमसंहिता को वापस लिया जाए, सार्वजनिक उद्योगों, बैंकों, बीमा कंपनी का निजीकरण रोका जाए, बढ़ती महंगाई पर रोक लगाई जाए, शिक्षित युवाओं को रोजगार मुहैया कराया जाए, आउटसोर्सिंग बंद की जाए, ठेका प्रथा बंद की जाए, पुरानी पेंशन योजना पुणे चालू की जाए, श्रमिक को 26,000 प्रतिमाह न्यूनतम वेतन सुनिश्चित किया जाए, श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाए, पेंशनर्स को मुफ्त चिकित्सा सुविधा दी जाए जैसी अन्य मांगों को लेकर यह आंदोलन किया जा रहा है।

इन्होंने की आंदोलन को सफल बनाने की अपील

प्रदीप बारोटिया, रफीक मंसूरी, प्रताप गिरी (रेल्वे) लालचंद नागर, सत्यनारायण सोलंकी, रघुवीर शर्मा (सज्जन मिल) कमल लालन, महेश गोयल, अरविंद राजोरिया (विद्युत) राजेंद्र सिंह चौहान, मो जफर खान (स्वास्थ्य), ईश्वर सिंह राठौड़, मुकेश मीणा (इप्का) मुकेश मेहता, कमल भाटी (नगर निगम), राजकुमार जैन लाला (यातायात), हेमंत राय, सुरेश जोशी (कर्मचारी कांग्रेस) के साथ-साथ पूर्व इण्टक अध्यक्ष अध्यक्ष श्री जेम्स चाको, एडवोकेट सतीश पुरोहित, सुनील पारेख, मनमोहन दवेसर आदि ने आंदोलन को सफल बनाने की प्रार्थना की है।