

नवकार मंत्र: विश्व कल्याण के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा एवं विज्ञान परिपेक्ष्य में प्रस्तुति
*डॉ. तेज प्रकाश पूर्णानंद व्यास*
*1. मंत्र का परिचय*
नवकार मंत्र जैन धर्म का सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र मंत्र है।
यह किसी विशेष व्यक्ति या देवता की स्तुति नहीं, बल्कि आत्मा की शुद्धता का प्रतीक है।
इस मंत्र के उच्चारण से आत्मिक शांति, ध्यान की गहराई और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
*2. नवकार मंत्र*
णमो अरिहंताणं
णमो सिद्धाणं
णमो आयरियाणं
णमो उवज्झायाणं
णमो लोएस्सव्वसाहूणं
एसो पंच नमोक्कारो, सव्व पावप्पणासणो।
मंगलाणं च सव्वेसिं, पढमं हवई मंगलं॥
*3. मंत्र के प्रत्येक शब्द का अर्थ*
णमो अरिहंताणं → जो समस्त कर्मों का नाश कर चुके हैं, उन अरिहंतों को नमन।
णमो सिद्धाणं → जो पूर्ण मोक्ष प्राप्त कर चुके हैं, उन सिद्धों को नमन।
णमो आयरियाणं → जो जैन धर्म के आचार्य हैं, उन गुरुओं को नमन।
णमो उवज्झायाणं → जो जैन शास्त्रों का प्रचार करने वाले उपाध्याय हैं, उन्हें नमन।
णमो लोएस्सव्वसाहूणं → सभी साधुओं और संतों को नमन।
*4. पूर्ण मंत्र का अर्थ*
यह मंत्र सभी पापों का नाश करने वाला है।
यह सर्वश्रेष्ठ मंगलकारी मंत्र है, जो आत्मा को शुद्ध करता है और मोक्ष की ओर अग्रसर करता है।
*5. मंत्र का विश्व कल्याण में भावार्थ (सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय)*
सभी जीवों के कल्याण का संदेश देता है।
यह अहिंसा, करुणा, और आध्यात्मिकता को प्रेरित करता है।
इसे जपने से मानसिक शांति और आत्मिक बल प्राप्त होता है।
यह किसी एक धर्म या संप्रदाय तक सीमित नहीं, बल्कि सार्वभौमिक शांति और सद्भावना का प्रतीक है।
*6. मंत्र का आध्यात्मिक लाभ*
मन को शुद्ध करता है और ध्यान को गहरा बनाता है।
बुरी प्रवृत्तियों का नाश कर अच्छे विचारों को प्रोत्साहित करता है।
आध्यात्मिक उन्नति और मोक्ष की ओर ले जाने वाला मंत्र है।
*7. नवकार मंत्र और हैप्पी हार्मोन्स का संबंध*
नवकार मंत्र के जाप से शरीर में हैप्पी हार्मोन्स (Happy Hormones) जैसे डोपामिन, सेरोटोनिन, ऑक्सिटोसिन और एंडोर्फिन का स्तर बढ़ता है। ये हार्मोन न केवल मानसिक शांति देते हैं, बल्कि शारीरिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी हैं:
*शारीरिक लाभ:*
तनाव और चिंता को कम करता है।
हृदय गति को सामान्य रखता है और रक्तचाप संतुलित करता है।
इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करता है।
*मानसिक लाभ:*
सकारात्मक सोच को बढ़ावा देता है।
ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ाता है।
डिप्रेशन और नकारात्मक विचारों को दूर करता है।
*आध्यात्मिक लाभ:*
आत्मशुद्धि और मोक्ष प्राप्ति की ओर ले जाता है।
आंतरिक शांति और दिव्य आनंद की अनुभूति कराता है।
विश्व कल्याण और सर्वजन हिताय की भावना को जाग्रत करता है।
*8. विशेष तथ्य*
नवकार मंत्र को “पंच परमेष्ठी मंत्र” भी कहा जाता है।
इसे दिन में कई बार जपने से आत्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, इस मंत्र का उच्चारण ब्रेन वेव्स को शांत करता है और तनाव को कम करता है।
शांति से बैठकर जाप करने से कोर्टिसोल हार्मोन (तनाव हार्मोन) का स्तर नियंत्रित रहता है।
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में कोर्टिसोल बढ़ जाने से हृदय रोग और उच्च रक्तचाप की समस्या बढ़ रही है।
युवाओं में हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों को देखते हुए नवकार मंत्र जाप एक जीवनदायक उपाय साबित है।
यह न केवल तनाव कम करता है, बल्कि हृदय की कार्यक्षमता को भी सुधारता है।
*9. नवकार मंत्र जाप से विश्व कल्याण*
जब कोई व्यक्ति नवकार मंत्र का जाप करता है, तो उसकी आंतरिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा पूरे वातावरण को प्रभावित करती है।
यह न केवल व्यक्तिगत स्तर पर बल्कि सामूहिक रूप से भी समाज में शांति, सद्भावना और प्रेम को बढ़ावा देता है।
नवकार मंत्र सभी धर्मों और जातियों से परे एक सार्वभौमिक संदेश देता है: ‘
*सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया।*
*सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत्।।*
सभी सुखी होवें, सभी रोगमुक्त रहें, सभी मंगलमय के साक्षी बनें और किसी को दुःख का भागी न बनना पड़े।
नवकार मंत्र आत्मा को परमात्मा से जोड़कर संपूर्ण सृष्टि के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है।
यदि पूरी दुनिया इस मंत्र को अपनाए, तो समाज में हिंसा, घृणा और मानसिक तनाव को समाप्त किया जा सकता है।
अतः आइए, इस दिव्य मंत्र को अपनाएं, स्वयं को शुद्ध करें और विश्व कल्याण में योगदान दें।