Navratri Festival: माता अम्बे के खप्पर लेकर निकलने की है अनूठी परम्परा, 403 वर्षो से हो रहा है मंचन

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Navratri Festival

खरगोन से आशुतोष पुरोहित की रिपोर्ट

खरगोन:खरगोन में नवरात्री पर्व पर महाआष्टमी की मध्यरात्रि आज सुबह तडके स्थानीय क्षत्रिय भावसार समाज में माता अम्बे के खप्पर लेकर निकलने की अनूठी परम्परा का मंचन होता है। इस दौरान श्रदालुओ का सैलाब उमडता है। 403 वर्षों से अम्बे माता के खप्पर निकलने की परम्परा चली आ रही है।

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मध्यरात्रि में माता अंबे की भव्य सवारी स्थानीय युवाओ के द्रवारा निकली जाती है। खास बात यह होती है की माता की सवारी के दौरान अंबे माता के एक हाथ में जलता हुआ खप्पर और दूसरे हाथ में तलवार लेकर निकलती। और भव्य रूप में भक्तों को दर्शन देते है। इस अवसर पर निमाड़ी गरबियों पर के बीच करीब एक घन्टे तक माता का दरबार लगता है। इस दौरान आस्था भक्ति और श्रद्धा के बीच हैकडो श्रदालुओ का सैलाब उमडता है।

इधर खरगोन जिले के सेगांव में नवरात्री पर्व को लेकर भव्य चुनरी यात्रा निकली। करीब आधा किलोमीटर लंबी 251 मीटर की चुनरी यात्रा में श्रदालुओ का सैलाब उमडा। जागृतम सेवा संस्था द्रवारा श्रीराम मंदिर से शहर के प्रमुख मार्ग होते हुए प्राचीन ऐतिहासिक लाल बाई फूल बाई माता मंदिर तक प्रतिवर्ष चुनरी यात्रा निकाली जाती है।

कोरोना काल के चलते पिछले वर्ष चुनरी यात्रा शहर में नही निकाली गई थी। बैण्ड बाजे आतिशबाजी के साथ निकली धार्मिक यात्रा का पूरे शहर में जगह जगह पुष्प वर्षा से भव्य स्वागत हुआ। कोरोना काल के बाद अब तक की सबसे बडी चुनरी यात्रा में श्रदालुओ की जमकर आस्था और श्रद्धा देखी गई।

इस दौरान माता पर चुनरी चढाने के साथ यात्रा का समापन महाआरती के साथ सम्पन्न हुआ। महाआरती में सांसद गजेन्द्र सिह पटेल भी शामिल हुए।

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