
Nazul Land Scam Registered in EOW : इंदौर में नजूल भूमि घोटाला, TNCP के कई अधिकारी समेत 8 फंसे, EOW ने मामला दर्ज किया!
Indore : प्रदेश शासन के निर्देश पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) इंदौर ने शासकीय भूमि पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बहुमंजिला इमारत के निर्माण के मामले में गंभीर कार्रवाई की। शहर की नजूल भूमि पर कब्जा कर जी+4 बिल्डिंग खड़ी करने वाले आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया। यह प्रकरण इंदौर के रिंग रोड स्थित रोबोट चौराहे पर स्थित सर्वे नंबर 543/2 (11732.662 वर्गफुट शासकीय भूमि) से जुड़ा है। यहां अवैध तरीके से बहुमंजिला भवन निर्माण किया गया। आरोपियों में नगर एवं ग्राम निवेश विभाग (टीएनसीपी) के तत्कालीन अधिकारी और निजी व्यक्तियों के नाम शामिल हैं।
इन अधिकारियों और व्यक्तियों पर मामला दर्ज हुआ।
1. विजय सांवलकर : तत्कालीन संयुक्त संचालक, नगर एवं ग्राम निवेश।
2. विवेक देवघर : वरिष्ठ भू-मापक।
3. आरके सिंह : नगर एवं ग्राम निवेश, इंदौर।
4. राकेश जैन
5. मीनाश्री जैन
6. कंचन जैन
7. किशोर सोनी : नोटरी कर्ता।
8. शत्रुघ्न कस्तूरिया : इंजीनियर।
ऐसे हुआ यह नजूल भूमि घोटाला
जांच के दौरान सामने आया कि राकेश जैन, कंचन जैन और मीनाश्री जैन ने शासकीय नजूल भूमि को अपने नाम दर्ज कराकर बहुमंजिला भवन निर्माण की मंजूरी मांगी थी। नगर एवं ग्राम निवेश विभाग के अधिकारियों ने षड्यंत्रपूर्वक अपने पद का दुरुपयोग करते हुए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अनुमति प्रदान कर दी।
इन धाराओं में मामला दर्ज
ईओडब्ल्यू ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420, 467, 468, 471, 120बी के तहत मामला दर्ज किया है। इसके अलावा, भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम, 2018 की धारा 7C के तहत भी केस दर्ज किया गया है। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ने तत्काल जांच शुरू कर दी और अब आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह मामला दर्शाता है कि कैसे भ्रष्टाचार के जरिए शासकीय भूमि पर अवैध निर्माण किए जाते हैं और किस तरह सरकारी अधिकारी इसमें संलिप्त होते हैं।





