
Neemuch District Foundation Day: ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और प्रशासनिक गौरव का उत्सव
– गोविंद सिंह प्लास
Neemuch: मध्य प्रदेश का ऐतिहासिक नीमच जिला 6 जुलाई को अपना 26वां स्थापना दिवस पूरे उत्साह और गौरव के साथ मना रहा है। 6 जुलाई 1998 को स्वतंत्र जिले के रूप में स्थापित नीमच का नाम ब्रिटिश छावनी “Neemuch” (North India Mounted Artillery and Cavalry Headquarter) से पड़ा, जो स्वतंत्रता संग्राम का भी अहम केंद्र रहा है।
“ऐतिहासिक और प्रशासनिक महत्व:
नीमच का इतिहास ब्रिटिश काल से जुड़ा है, जब यह घुड़सवार तोपखाना मुख्यालय था। स्वतंत्रता संग्राम में भी नीमच ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिले के पहले कलेक्टर श्री प्रभात कुमार पाराशर और प्रथम पुलिस अधीक्षक डी श्रीनिवास राव रहे हैं। वर्तमान में कलेक्टर हिमांशु चंद्रा और पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल जिले का नेतृत्व कर रहे हैं।
“धार्मिक और सांस्कृतिक विशेषताएं:
नीमच में नवग्रह मंदिर, श्री कालेसरी माता मंदिर, जावद का महाकालेश्वर मंदिर जैसे कई प्राचीन धार्मिक स्थल हैं, जहां हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं। जिले में पारंपरिक मेले, उत्सव, लोकनृत्य और विशिष्ट खानपान इसकी सांस्कृतिक विविधता को दर्शाते हैं।
“भौगोलिक और आर्थिक महत्व:
नीमच राजस्थान और गुजरात की सीमा से सटा है, जिससे व्यापार और परिवहन में सहूलियत मिलती है। यहाँ की जलवायु कृषि के लिए अनुकूल है। नीमच अफीम उत्पादन के लिए देशभर में प्रसिद्ध है, साथ ही शिक्षा और व्यापार के क्षेत्र में भी जिले ने उल्लेखनीय प्रगति की है। यहाँ सेना की छावनी और अफीम फैक्ट्री भी हैं, जो इसे रणनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण बनाती हैं।
“स्थापना दिवस का संदेश:
यह दिन नीमच के समृद्ध इतिहास, सांस्कृतिक विरासत और विकास यात्रा को स्मरण करने का अवसर है। स्थापना दिवस नागरिकों को जिले के उज्ज्वल भविष्य में योगदान देने की प्रेरणा देता है और यह दर्शाता है कि कैसे एक नवगठित जिला आज एक समृद्ध और विकासशील जिले में बदल गया है।
नीमच की यही विविधता और गौरव इसे मध्यप्रदेश के सबसे खास जिलों में शामिल करती है।





