नीरज चोपड़ा कॉमनवेल्थ खेलों से बाहर

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नई दिल्ली: भारतीय दल को राष्ट्रमंडल खेलों से पहले बड़ा झटका लगा है। भारत के स्टार एथलीट और जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा इंजरी के कारण बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स से बाहर हो गए हैं। हाल ही में उन्होंने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। गौरतलब है कि यूजीन में हुई इस चैंपियनशिप के फाइनल राउंड में भी वह कुछ परेशानी में नजर आए थे।

28 जुलाई से बर्मिंघम में शुरू होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए नीरज चोपड़ा को भारत के लिए पदक की एक बड़ी उम्मीद माना जा रहा था। लेकिन ग्रोइन इंजरी यानी जांघ में चोट के कारण वह अब इन खेलों में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। उनकी यह समस्या वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल राउंड में भी नजर आई थी जहां आखिरी दो प्रयासों में वह फाउल करते और डगआउट में बैठकर जांघ पर पट्टी बांधते दिखे थे।

IOA ने दी जानकारी

आईओए के सेक्रेटी जनरल राजीव मेहता ने नीरज के कॉमनवेल्थ गेम्स से बाहर होने की पुष्टि की है। राजीव मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि, मुझे भारतीय एथलेटिक्स महासंघ द्वारा यह जानकारी दी गई कि नीरज पूरी तरह फिट नहीं हैं। उन्हें ग्रोइन इंजरी है और स्कैन के बाद उन्हें एक महीने के लिए आराम करने के लिए कहा गया है। परिणामस्वरूप वह बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा नहीं लेंगे।

उन्होंने आगे बताया कि, ‘भारतीय टीम के भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा की सुबह अमेरिका से फोन पर मुझसे बात हुई और उन्होंने फिटनेस चिंताओं के कारण बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने में असमर्थता जताई। यूजीन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लेने के बाद चोपड़ा ने सोमवार को एमआरआई कराया था और उनकी चिकित्सा टीम ने उन्हें एक महीने विश्राम करने की सलाह दी है।’’

चैंपियनशिप फाइनल के बाद क्या बोले थे नीरज?

फाइनल मुकाबले में चौथे थ्रो के बाद नीरज चोपड़ा को जांघ पर जकड़न महसूस हुई और आखिरी दो थ्रो फाउल निकले। उन्होंने मैच के बाद कहा था,‘‘चौथा थ्रो भी और आगे जा सकता था। उसके बाद मुझे जांघ में जकड़न लगी और आखिरी दो थ्रो अच्छे नहीं गए। मैने जांघ पर पट्टी बांधी थी।