New DGP’s Penal: नए DGP का पैनल बनाने कल होगी दिल्ली में बैठक

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IPS Reshuffle

New DGP’s Penal: नए DGP का पैनल बनाने कल होगी दिल्ली में बैठक

अरविंद कुमार बने तो डेढ़ साल का, मकवाना बने तो 11 महीने, अजय कुमार शर्मा को तीन महीने का फायदा मिलेगा

भोपाल. मध्य प्रदेश पुलिस के नए मुखिया पुलिस महानिदेशक (DGP) कौन होंगे, इसे लेकर दिल्ली में गुरुवार को यूपीएसपी की बैठक होने वाली है। जिसमें यूपीएससी के अध्यक्ष या उनके द्वारा नामित कोई सदस्य, केंद्रीय गृह मंत्रालय का एक प्रतिनिधि, राज्य के मुख्य सचिव, वर्तमान डीजीपी और अपर मुख्य सचिव गृह भाग लेंगे।

माना जा रहा है कि इस पैनल में से जिन तीन नामों का आखिरी पैनल बनेगा, उसमें वर्ष 1988 बैच के आईपीएस अफसर एवं डीजी होमगार्ड अरविंद कुमार, इसी बैच के पुलिस हाउंसिंग कारपोरेशन के चेयरमेन कैलाश मकवाना और वर्ष 1989 बैच के डीजी ईओडब्ल्यू अजय शर्मा का नाम शामिल है। इसमें से यदि अरविंद कुमार बने तो उन्हें डेढ़ साल और मकवाना बने तो उन्हें 11 महीने का लाभ मिलेगा।

नए डीजीपी के लिए राज्य सरकार ने डीओपीटी को 9 नामों का पैनल भेज दिया है। इस पैनल में वर्ष 1988 बैच के आईपीएस अफसर एवं डीजी होमगार्ड अरविंद कुमार, इसी बैच के पुलिस हाउंसिंग कारपोरेशन के चेयरमेन कैलाश मकवाना और वर्ष 1989 बैच के डीजी ईओडब्ल्यू अजय शर्मा का नाम शुरूआती तीन अफसरों में है।

यूपीएससी की बैठक में तीन नामों का पैनल तय कर दिया जाएगा और उसे राज्य शासन को भेज दिया जाएगा। जहां पर पैनल में से किसी एक अफसर को डीजीपी बनाया जाएगा।

इन तीनों अफसरों के नाम की चर्चा भोपाल से लेकर दिल्ली तक चल रही है। तीनों ही अफसर भी अपने-अपने दावे के साथ मजबूती से इस पद तक पहुंचने का प्रयास भी कर रहे हैं। हालांकि प्रस्ताव में इन तीनों अफसरों के साथ ही डीजी जेल जीपी सिंह, स्पेशल डीजी आरएपीटीसी इंदौर वरुण कपूर, पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के एमडी उपेंद्र कुमार जैन, स्पेशल डीजी प्रोविजन आलोक रंजन, स्पेशल डीजी महिला सेल प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव और स्पेशल डीजी योगेश मुद्गल का नाम शामिल है। होने वाले पुलिस महानिदेशक को पहले पुलिस मुख्यालय का ओएसडी बनाया जाएगा। इसके बाद उन्हें एक दिसंबर को प्रदेश का मुखिया बनाया जाएगा।

ऐसे मिलेगा अफसरों को लाभ

जो भी अफसर अब डीजीपी बनेंगे उनकी सेवा दो साल के लिए होगी। इस संबंध में केंद्र से नोटिफ्रिकेशन भी जारी होगा। अरविंद कुमार, मकवाना और अजय शर्मा तीनों ही अफसर डीजीपी के दो साल के कार्यकाल से पहले 60 वर्ष की उम्र तक पहुंच जाएंगे, लेकिन यदि इनमें से कोई भी अफसर बने तो इस पर पर अपनी सेवा कम से कम दो साल तक देना होगी। अरविंद कुमार मई 2025 में 60 साल के हो जाएंगे। यदि वे डीजीपी नहीं बने तो 30 मई को रिटायर हो जाएंगे और यदि डीजीपी बने तो उन्हें डेढ़ साल ज्यादा नौकरी करने का अवसर मिलेगा। वे 30 नवंबर 2026 तक का अपना कार्यकाल पूरा करेंगे। इसी तरह कैलाश मकवान यदि डीजीपी नहीं बने तो वे 31 दिसंबर 2025 को रिटायर हो जाएंगे और यदि वे डीजीपी बने तो उन्हें 11 महीने का लाभ मिलेगा और उनका कार्यकाल 30 नवंबर 2026 तक का रहेगा। इसी तरह अजय कुमार शर्मा अगस्त 2026 को 60 की उम्र पूरी करेंगे, लेकिन यदि वे डीजीपी बने तो उन्हें तीन महीने का फायदा मिलेगा और उनका कार्यकाल 30 नवंबर 2026 तक रहेगा।