

New Toll System : 1 मई से टोल पर FASTag सिस्टम खत्म, नया टोल सिस्टम लागू होगा, जानिए इसमें नया क्या?
New Delhi : हाईवे पर टोल टैक्स देने का तरीका 1 मई से बदलने वाला है। केंद्र सरकार FASTag सिस्टम को खत्म करके एक नया टोल कलेक्शन सिस्टम लागू करने जा रही है। इसका सीधा असर हर उस व्यक्ति पर पड़ेगा, जो टोल रोड्स का उपयोग करता है। अब FASTag की जगह सरकार अब ‘ANPR (Automatic Number Plate Recognition) आधारित टोलिंग सिस्टम’ लागू करने की तैयारी में है।
इसका मतलब है कि अब गाड़ी पर लगे नंबर प्लेट को कैमरे स्कैन करेंगे और उसी से टोल चार्ज कर लिया जाएगा। FASTag की तरह अलग से टोल बूथ से गुजरने की झंझट नहीं रहेगी। किसी भी बूथ से सीधे आपके बैंक अकाउंट या लिंक्ड पेमेंट वॉलेट से पैसा कट जाएगा। इस बदलाव का मकसद है टोल वसूली को ज्यादा स्मार्ट, ट्रांसपेरेंट और फास्ट बनाना। अक्सर देखा गया है कि FASTag होने के बावजूद लोगों को टोल प्लाजा पर लंबी लाइन में लगना पड़ती है, इससे समय और ईंधन दोनों की बर्बादी होती है।
नया सिस्टम हाईवे पर लगे खास कैमरों और सॉफ्टवेयर की मदद से काम करेगा। गाड़ी जब हाईवे पर प्रवेश करेगी, कैमरा नंबर प्लेट को स्कैन करेगा। नंबर प्लेट का डेटा रजिस्टर्ड अकाउंट से लिंक होगा।
उस आधार पर टोल की रकम ऑटोमेटिकली कट जाएगी। यह सब कुछ रीयल टाइम में होगा और वाहन चालक को SMS या नोटिफिकेशन के जरिए जानकारी मिल जाएगी। यह सिस्टम हर किसी के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन कुछ लोगों को शुरुआत में परेशानी हो सकती है। खासकर उन लोगों के लिए जिनकी गाड़ियों की नंबर प्लेट खराब या स्पष्ट नहीं है। जिनका डेटा परिवहन विभाग में सही तरीके से दर्ज नहीं है। बुजुर्ग या तकनीक से कम वाकिफ लोगों को शुरुआत में असुविधा हो सकती है।
परेशानी से बचना हो तो यह करें
अगर वाहन चालक चाहते हैं कि नया सिस्टम उनके लिए आसानी से काम करे, तो कुछ जरूरी चीजें पहले से कर ली जाना चाहिए। अपनी गाड़ी की नंबर प्लेट साफ और आईएसआई मानक वाली लगवाएं। परिवहन विभाग की वेबसाइट पर जाकर अपना वाहन रजिस्ट्रेशन और पर्सनल डेटा चेक करें। अपना बैंक अकाउंट या डिजिटल पेमेंट मोड अपडेट रखें। एसएमएस अलर्ट के लिए मोबाइल नंबर अपडेट करें
ट्रांजिशन पीरियड की संभावना
1 मई 2025 के बाद FASTag का उपयोग बंद हो जाएगा। हालांकि, कुछ समय तक सरकार ट्रांजिशन पीरियड दे सकती है। लेकिन, दीर्घकाल में यह सिस्टम पूरी तरह से रिप्लेस हो जाएगा। अगर आपके पास अभी भी बैलेंस बचा हुआ है, तो बैंक या FASTag पोर्टल से उसे रिफंड करवाएं।