New Vyapam Scam : MP में शिक्षक वर्ग-3 का पेपर मोबाइल पर आया
Bhopal : व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) की एक और परीक्षा में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। शिक्षक वर्ग तीन की परीक्षा का पेपर परीक्षा होने के पहले ही मोबाइल पर आने के आरोप लगाए गए हैं। कांग्रेस ने इसे व्यापमं का नया घोटाला बताते हुए जांच की मांग की है।
मध्य प्रदेश में प्रवेश परीक्षा और भर्ती परीक्षा कराने वाले ‘व्यापमं’ द्वारा शिक्षक वर्ग-तीन की परीक्षा कराई जा रही है। लेकिन, यह परीक्षा होने के पहले ही इसका पेपर मोबाइल पर आ गया। किसी लक्ष्मण सिंह नाम के व्यक्ति ने परीक्षा के पेपर के मोबाइल के स्क्रीन शॉट को वायरल किया है। इन स्क्रीन शॉट को कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव, पूर्व मंत्री व विधायक पीसी शर्मा और कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है।
इसमें कांग्रेस नेताओं ने नया व्यापमं घोटाला करार दिया है और कहा है कि अभी भी व्यापमं के माध्यम से भर्तियों में भ्रष्टाचार जारी है। इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई है।
व्यापमं मामले कोर्ट में
व्यापमं घोटाले में पीएमटी, पीईटी, पीएटी सहित पुलिस आरक्षक, परिवहन आरक्षक, वनरक्षक, शिक्षक और कई भर्ती परीक्षाओं का बड़ा घोटाला सामने आया था। इसमें कई मेडिकल, इंजीनियरिंग कॉलेजों के संचालकों सहित व्यापमं के तत्कालीन अधिकारी व कई दलाल-प्रत्याशियों के खिलाफ अदालती कार्रवाई की गई। इसमें कई आरोपियों को जेल हो चुकी है तो कई मामले अभी विचाराधीन हैं। ऐसे में इस नए आरोप से व्यापमं की परीक्षाओं पर फिर सवाल उठे हैं।
व्यापम घोटाला जारी है, क्योंकि जब तक शिवराज जी मुख्यमंत्री रहेंगें व्यापमं के माध्यम से होने वाली भर्तियां में भ्रष्टाचार जारी रहेगा ।
शिक्षक वर्ग 3 के एग्जाम चल रहे है और पेपर मोबाइल पर आ गया।
इस घटना की उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए जिससे दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो सके।#Vyapam pic.twitter.com/ytxRyCQsq6— Arun Subhash Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) March 26, 2022
पेपर लीक होने पर बोली कांग्रेस
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने किया ट्वीट कि व्यापम घोटाला जारी है। क्योंकि, जब तक शिवराज जी मुख्यमंत्री रहेंगे व्यापमं के माध्यम से होने वाली भर्तियां में भ्रष्टाचार जारी रहेगा। शिक्षक वर्ग 3 के एग्जाम चल रहे है और पेपर मोबाइल पर आ गया। इस घटना की उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए जिससे दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो सके।