Dewas News: सरकारी अस्पताल से नवजात बच्ची की चोरी, अभी तक कोई सुराग़ नहीं, ये कैसी क़ानून व्यवस्था!

मुख्यमंत्री के नाम खुला ख़त, एक्शन में आओ शिवराज

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पुष्पेन्द्र वैद्य की ख़ास खबर 

शिवराज जी, अपनी भोली और मासूम सूरत के लिए देश भर में आपकी छाप संवेदनशील मुख्यमंत्री की है। बेटियों के प्रति आपका ख़ासा लगाव देखने को मिलता है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और कन्यादान सरीखीं योजनाएँ देशभर में नज़ीर बनी हुई है लेकिन देवास के सरकारी अस्पताल से एक नवजात बेटी के चोरी चले जाने के बावजूद आप चुप्पी साधे हुए कैसे बैठ सकते हैं।

मंच से अफ़सरों को ताक़ीद देने वाले शिवराज जी आप इस मामले में इतना असंवेदनशील कैसे हो गए। आप जगत मामा हो। बेटियों की सुरक्षा की ताल ठोककर ग्यारंटी लेते हो फिर आपके ही सरकारी अस्पताल के नवजात वार्ड से आधी रात एक बच्ची का चोरी हो जाना क्या गंभीर मामला नहीं है।

दरअसल गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात देवास के जिला अस्पताल के वार्ड में शाजापुर की रहने वाली टीना वर्मा की नवजात बेटी रात ३ बजे बिस्तर पर गायब मिली।

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सीसीटीवी कैमरा बंद मिले, सुरक्षाकर्मी सोते रहे, स्टाफ़ को होश नहीं रहा। माँ टीना ने हड़बड़ा कर परिजनों को बताया तब तक काफी देर हो चुकी थी। सुबह होते ही परिजन का आक्रोश फूट पड़ा। जमकर हंगामा हुआ।

हंगामे के बाद कलेक्टर ने खानापूर्ति के लिए सीएमएचओ और सिविल सर्जन को कारण बताओ नोटिस जारी किया जबकि एक अन्य डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी को निलंबित किया। घटना के चौबीस घंटे से भी ज्यादा गुज़र जाने के बाद एसपी साहब ने अस्पताल का दौरा किया।

कलेक्टर और एसपी ने 27 जाँच टीमों को गठित कर तलाशी के लिए रवाना किया। कलेक्टर ने ट्वीट किया कि उन्होंने सारी ताक़त बच्ची की खोजबीन में लगा दी है। एसपी ने दावा किया कि उन्हें महत्वपूर्ण सुराग़ मिले हैं, जल्द ही खुलासा हो जाएगा।

मुख्यमंत्री जी आपके नौकरशाहों ने कार्रवाई के नाम पर लकीर तो पीट ली लोकिन तीन दिन गुज़रने के बाद भी न तो 27 टीमें कुछ खोज पाई और न ही पुलिस के हाथ लगे सुराग़ काम कर पाए। शिवराज जी आपके राज में बेटियों का ऐसा गायब हो जाना क़ानून व्यवस्था और गुड गवर्नेंस पर करारा तमाचा है।

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यह एक नवजात की गुमशुदगी नही बल्कि आपके सुशासन को बदनाम करने वाली दाग़दार घटना है। इसे आप हल्के में मत लीजिए। अपराधियों के हौंसले क्या इतने बुलंद हो गए हैं।

क्या आपकी पुलिस इतनी असहाय हो गई है। यदि यही हाल रहा तो फिर घरों के भीतर रहने वाली बेटियाँ भी सुरक्षित नही रहेगी। शिवराज जी देवास की इस घटना को लेकर आपको एक्शन में आना होगा।

ज़िम्मेदारों पर कठोर कार्रवाई और अपराधियों को सींखचों के पीछे पंहुचाना होगा। आप जनता की इस ज़िम्मेदारी के लिए जवाबदेह है।