NGT : भू-जल के उपयोग के लिए होटल और हॉस्पिटलों को अनुमति लेना होगी!
Indore : राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) की प्रिंसिपल बेंच (नई दिल्ली) के सदस्य डॉ अफरोज अहमद ने इंदौर में स्वच्छता, पर्यावरण सुधार, अपशिष्टों के निस्तारण, भू-जल स्तर में वृद्धि और वाटर प्लस की दिशा में हुए कामकाज की सराहना की। उन्होंने कहा कि भू-जल स्तर में सुधार और जल की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की दिशा में भी अच्छे काम हुए हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि भू-जल के उपयोग के लिए होटल और हॉस्पिटलों को अनुमति लेना होगी। अनुमति की प्रक्रिया का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए।
डॉ अफरोज अहमद ने कहा कि इंदौर स्वच्छता और पर्यावरण सुधार के साथ ही अपशिष्टों के निस्तारण के क्षेत्र में बेहतर मॉडल के रूप में उभरा है। इंदौर के मॉडल का अनुसरण अन्य जिलों और शहरों को भी करना होगा। इंदौर में जैव- चिकित्सा अपशिष्टों (बायो मेडिकल वेस्ट) के निस्तारण में बेहतर कार्य हो रहे है। बैठक में इंदौर में अपशिष्टों के निस्तारण विशेषकर बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के क्षेत्र में हो रहे कार्यों की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एसएन द्विवेदी सहित नगर निगम, चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन तथा नर्सिंग होम एसोसिएशन के पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक में डॉ अहमद ने कहा कि बायो मेडिकल वेस्ट का उचित और वैज्ञानिक तरीके से निपटारा होना अति आवश्यक है। इसके लिए उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र से निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए वैज्ञानिक मानकों के तहत कार्य करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में लगातार 6 साल से अव्वल रहने से इंदौर के प्रशासन और नागरिकों ने अपने जागरूकता, सक्षमता, संवेदनशीलता और कर्मठता का बेहतर परिचय दिया है। इंदौर ने नई ऊंचाइयों को हासिल किया है। डॉ अहमद ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में लगातार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिये इंदौर कलेक्टर और जिले की समस्त प्रशासनिक टीम तथा नागरिक बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर अब अपशिष्टों के निस्तारण के क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि इंदौर में वाटर प्लस की दिशा में भी अच्छे कार्य हुए है। जल की गुणवत्ता बनाए रखना सभी नागरिकों का दायित्व है। उन्होंने कहा कि यह ध्यान रखा जाए कि किसी भी स्तर पर जल प्रदूषित नहीं होने पाए।
कलेक्टर ने उन्हें जिले में हो रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इंदौर में अपशिष्टों के निस्तारण के लिये विभिन्न स्तरों पर उचित कार्रवाई और कार्य मापदण्ड के अनुसार हो रहे है। इसके बेहतर परिणाम भी मिल रहे है। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुपालन में पर्यावरण संरक्षण तथा प्रदूषण नियंत्रण के लिए इंदौर योजनाबद्ध रूप से काम किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि नदी संरक्षण एवं जीर्णोद्धार के लिए भी कार्य किए गए। रूफ वाटर हार्वेस्टिंग की दिशा में भी लोगों में जागरूकता लाकर परिणाम मूलक कार्य किए हैं।