NHAI Fined for Potholes : हाईवे पर गड्ढों के लिए महिला कलेक्टर ने NHAI अधिकारी पर रोज के हिसाब से जुर्माना लगाया!

पहली बार किसी कलेक्टर ने NHAI के परियोजना निदेशक पर दंड लगाया!  

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NHAI Fined for Potholes : हाईवे पर गड्ढों के लिए महिला कलेक्टर ने NHAI अधिकारी पर रोज के हिसाब से जुर्माना लगाया!

Mahisagar (Gujrat) : यहां की महिला कलेक्टर अर्पित सागर गुजरात में अपने कड़क अंदाज के लिए सुर्खियों में आ गई। अहमदाबाद-गोधरा हाईवे पर गड्ढे होने पर उन्होंने NHAI अधिकारी पर जुर्माना ठोंक दिया। उन्होंने यह कार्रवाई ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के तहत की। अर्पित सागर कुछ महीने पहले ही महीसागर जिले के कलेक्टर पदस्थ हुई है। पहली बार कलेक्टर बनीं आईएएस अर्पित सागर अपने एक सख्त फैसले की वजह से चर्चा में आ गई। कहा जा रहा है कि इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब कलेक्टर ने एनएचएआई के परियोजना निदेशक पर दंड लगाया गया।

मूलतः उत्तर प्रदेश की रहने वाली अर्पित सागर ने राष्ट्रीय राजमार्ग-47 अहमदाबाद-गोधरा पर गड्ढों के लिए नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के अधिकारी पर जुर्माना लगाया। उन्होंने यह कार्रवाई महीसागर रोड सेफ्टी कमेंटी के मुखिया की हैसियत से की है। हाईवे पर गड्ढे होने के कारण उन्होंने 18 जून से लेकर 7 जुलाई तक के लिए प्रत्येक दिन के लिए ₹500 जुर्माना लगाया।

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ऐसी कार्रवाई करने वाली वे गुजरात की पहली आईएएस हैं। अर्पित सागर की यह कार्रवाई ऐसे वक्त पर सामने आई, जब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने पिछले दिनों जामनगर-अमृतसर हाइवे पर टूटी सड़क के लिए पालनपुर के प्रोजेक्ट डायरेक्टर (पीडी) को सस्पेंड किया था। इसे बनाने वाली कंपनी पर जुर्माना भी लगाया गया। अर्पित सागर ने कहा कि जब तक गड्‌ढे नहीं भरे जाएंगे, तब तक जुर्माना बढ़ता रहेगा।

कौन हैं यह महिला कलेक्टर 

महीसागर जिले के कलेक्टर बनने से पहले अर्पित सागर वडोदरा में तैनात थीं। वे वडोदरा नगर निगम में डिप्टी कमिश्नर थीं। उन्हें महीसागर जिले में नेहा कुमारी की जगह पर तैनाती दी गई थी। 2015 में यूपीएसपी की परीक्षा पास करके आईएएस बनी अर्पित सागर पूर्व वलसाड की डीडीओ भी रह चुकी हैं। अर्पित सागर की शादी छत्तीसगढ़ के विपुल तिवारी से हुई है। अर्पित सागर मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बरेली की रहने वाली हैं। अर्पित सागर ने प्रयागराज एनआईटी से बीटेक की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने यूपीएसपी की परीक्षा पास की। दिसंबर, 2024 में अर्पित सागर को सर्वश्रेष्ठ जिला विकास अधिकारी (डीडीओ) का पुरस्कार भी मिला था।

आईएएस बेटियों का परिवार

अर्पित सागर के पिता का नाम चंद्रसेन और मां का नाम मीना देवी है। उनके पांच बेटियां हैं। सबसे बड़ी बेटी का नाम अर्जित सागर है। वे आईआरएस अधिकारी हैं। बहन आकृति सागर भी आईएएस हैं। अंशिका और अंकिता ग्राफिक्स इंजीनियर हैं। अर्पित सागर के पिता चंद्रसेन ने एक इंटरव्यू में कहा था कि मैं खुशनसीब हूं कि जिसकी पांचों बेटियों ने अच्छा मुकाम हासिल की है। सागर का परिवार आईएएस बेटियों के लिए जाना जाता है।