Indore : इंदौर शहर का नाम बदले जाने की आशंकाओं के बीच मुख्यमंत्री ने इस बात को गलत बताया। उन्होंने कहा कि इंदौर का नाम नहीं बदला जा रहा। भोपाल के मिंटो हॉल का नाम बदले जाने के बीच नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने इंदौर का नाम देवी अहिल्याबाई होलकर के नाम पर करने का की बात कही थी।
लेकिन, आज मुख्यमंत्री ने ऐसी संभावनाओं को विराम दे दिया। मुख्यमंत्री ने आज ग्वालियर जाते हुए इंदौर एयरपोर्ट पर भाजपा के कुछ नेताओं को इस आशय की जानकारी दी। पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन ने भी नाम बदले जाने का विरोध किया था। सांसद शंकर लालवानी ने भी इस आशय की जानकारी मीडिया को दी।
इंदौर का नाम बदले जाने की ख़बरें सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर इसका जमकर विरोध हुआ था। शुक्रवार को ये जानकारी सामने आने के बाद लोगों ने खुलकर प्रतिक्रिया दी और ऐसी किसी कोशिश का विरोध किया था। लोगों ने भंवरकुआं चौराहे का नाम टंट्या भील के नाम करने को लेकर कहा गया है कि इस इलाके में आदिवासी हॉस्टल हैं और यहाँ आदिवासी छात्र रहते हैं, इसलिए इस चौराहे का नाम टंट्या भील के नाम पर किया गया है।
देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर का भी नाम बदलने की चर्चा के बीच इंदौर की आठ बार सांसद रही और पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने अपनी चुप्पी तोड़ी। इंदौर के नाम बदलने की चर्चा पर उन्होंने कहा कि इंदौर को अहिल्या नगरी कहते हैं। नाम बदलने की जरूरत नहीं है। इंदौर को वैसे भी लोग अहिल्या नगरी के नाम से जानते हैं। इंदौर के लोगों को वैसे ही अहिल्या नगरी के निवासी कहा जाता है।