No Confidence Motion : अविश्वास प्रस्ताव गिरा, विधानसभा स्थगित!

मुख्यमंत्री ने ढाई घंटे तक आरोपों का जवाब दिया, कांग्रेस पर हमला बोला!

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आगामी विधानसभा सत्र में सदन में गूंजेगी नीति आयोग की रिपोर्ट और प्रदेश की गरीबी ...

No Confidence Motion : अविश्वास प्रस्ताव गिरा, विधानसभा स्थगित!

Bhopal : शिवराज सरकार के खिलाफ कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। मुख्यमंत्री ने ढाई घंटे तक आरोपों का जवाब देकर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। इसके साथ ही शिवराज सरकार के खिलाफ मध्यप्रदेश विधानसभा में लाया गया विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव भी गिर गया। साथ ही विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।

कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री ने करीब ढाई घंटे तक जवाब दिया। उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने पांच पाप किए। प्रदेश में कमलनाथ सरकार के समय घोटालों और भाजपा विधायक और कार्यकर्ताओं को जान-बूझकर परेशान किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार में गुंडों माफियाओं के खिलाफ लगातार जारी है और आगे भी जारी रहेगा।     उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार के समय वल्लभ भवन दलालों का अड्डा बन गया था। 15 महीने की सरकार में आईपीएस और आईपीएस अफसरों के ट्रांसफर किए गए। सदन में मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान विपक्ष के विधायक टोका-टोकी के साथ हंगामा करते रहे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आदिवासियों के लिए उनकी सरकार के समय शुरू की गई योजनाओं को बंद करने का आरोप लगाया। इस पर विपक्ष ने इसे सिरे से खारिज कर दिया।

कांग्रेसी विधायक जीतू पटवारी ने कहा कि क्या मुख्यमंत्री के पास योजनाओं को बंद करने का कोई प्रमाण है, तो वह इसे सदन के पटल पर रखें। सदन में मुख्यमंत्री जब आदिवासियों के लिए लेकर आए ‘पेसा कानून’ पर बोल रहे थे, तो विपक्ष के विधायकों ने जमकर हंगामा किया। विपक्ष के हंगामे के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार आदिवासियों के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह संकल्पित है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का निर्माण हो रहा है मुख्यमंत्री ने अविश्वास प्रस्ताव को झूठ का पुलिंदा बताते हुए कहा कि उनकी सरकार पर लगाए गए आरोप पूरी तरह गलत हैं, इसलिए वे इन सभी आरोपों को खारिज करते हैं। इसके बाद सदन में शिवराज सरकार में ध्वनिमत से विश्वास व्यक्त किया गया और अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से खारिज हो गया। इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने आसंदी से विधानसभा के अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने की सूचना दी।