अब दक्षिण नहीं, पूर्व दिशा से आएगा मानसून,पूर्वी चक्रवात ने अचानक बिगाड़ी चाल

MP के कुछ हिस्सों में आज भी बारिश के आसार

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अब दक्षिण नहीं, पूर्व दिशा से आएगा मानसून,पूर्वी चक्रवात ने अचानक बिगाड़ी चाल

 

दिनेश सोलंकी की खास रिपोर्ट

पिछले तीन सालों से आभास हो रहा है कि मानसून की विधिवत स्थिति में परिवर्तन आ रहा है। नियमानुसार अब मानसून दक्षिण महासागर में इकट्ठा होकर केरल से शुरू नहीं होता है, वरन पूर्वी चक्रवात अचानक पैदा होकर इसकी चाल को बिगाड़ देते हैं। इस वर्ष भी कुछ ऐसा ही देखा जा रहा है।

भारत की पूर्वी दिशा में बन रहे दो चक्रवात के कारण हवाओं का रुख बादलों को उत्तर पूर्वी राज्यों की ओर धकेल रहा है। अगले कुछ दिनों में बंगाल की खाड़ी में जमा मानसून ओडिशा, छत्तीसगढ़, बंगाल के रास्ते मध्यप्रदेश की ओर प्रवेश कर रहा है। अभी पश्चिमी हवाएं उत्तर भारत की ओर उठ रही है तो दक्षिण पश्चिम महासागर में बन रहा विशाल चक्रवात धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ रहा है। इसलिए पूर्वी हवाओं का दबाव मानसून पर पड़ रहा है।

ताजा स्थिति के अनुसार बंगाल, ओडिशा, आंध्र, तेलंगाना में मानसूनी बादल कवर कर रहे हैं जो धीरे-धीरे छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में की ओर रुख करेंगे। उधर उत्तर भारत में हल्का चक्रवात है जिसके चलते लद्दाख, कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में बारिश के आसार है।
मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में अचानक बारिश की स्थिति पैदा हो सकती है। संपूर्ण प्रदेश में बादल छाएंगे। प्रदेश में 12 से 14 जून से मानसूनी वर्षा होने के आसार है यह मानसून पूर्वी दिशा से शुरू होगा।

दक्षिण पूर्वी चक्रवात के कारण महाराष्ट्र के समुद्री किनारों पर बारिश हो सकती है। इसी के साथ दक्षिण के सभी राज्यों में बारिश की संभावना बनी रहेगी।