No Recovery from Defaulters : इंदौर नगर निगम की 1000 करोड़ से ज्यादा की वसूली बाकी, पर सख्ती नहीं हो रही!

बड़े बकायेदारों में ज्यादातर रसूखदार, जिन्हें नेताओं और अफसरों का संरक्षण मिल रहा!

1010

No Recovery from Defaulters : इंदौर नगर निगम की 1000 करोड़ से ज्यादा की वसूली बाकी, पर सख्ती नहीं हो रही!

Indore : नगर निगम द्वारा संपत्तिकर, जलकर और अन्य करो के 1000 करोड़ से भी ज्यादा बकाया की वसूली की जाना है। इतनी बड़ी राशि की वसूली के लिए राजस्व विभाग का वसूली अमला सक्रिय नजर नहीं आ रहा। यही कारण है कि बड़े बकायेदारों के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हो पा रही। जब भी अमला बड़े बकायादारों पर सख्ती करने की कोशिश करता है, तो उसे नेता या अफसर रोक देते हैं।

अब जबकि पुराने पोर्टल का सारा डाटा रिकवर हो चुका है, तो ऐसे में निगम का वसूली अभियान भी तेज होना चाहिए। लेकिन, आर्थिक तंगी से जूझने के बाद भी नगर निगम के राजस्व विभाग का मैदानी अमला सक्रिय नजर नहीं आ रहा। गत एक पखवाड़े से ज्यादा कोई बड़ी कार्रवाई भी सामने नहीं आई। बताया जाता है कि नगर निगम अभी सिर्फ स्वच्छता सर्वे की तैयारी में जुटा है।

जानकारी के अनुसार नगर निगम के सभी बड़े बकायेदारों का नाम और बकाया भी सामने आ चुका है। ऐसे में आर्थिक तंगी से जूझते नगर निगम को तेजी से वसूली अभियान चलाना चाहिए, लेकिन मैदानी अमले की सक्रियता नहीं दिखने और उच्च अधिकारी भी वसूली को लेकर जागरूकता नहीं दिखा रहे। निगम अधिकारियों के मुताबिक, 1000 करोड़ से भी ज्यादा जलकर, संपत्तिकर और अन्य करों की वसूली की जाना है।

यदि इतनी बड़ी रकम में से आदि भी वसूली कर ली जाए तो निगम खजाने में एक बड़ी धनराशि जमा हो सकती है। हालांकि, इसे लेकर किसी प्रकार की फिलहाल कोई हलचल भी दिखाई नहीं दे रही। राजस्व विभाग के अपर आयुक्त नरेंद्र नाथ पांडे ने बताया कि भोपाल के अधिकारियों ने पुराने पोर्टल का डाटा रिकवर कर लिया है। अब, जबकि संपूर्ण बैकअप सामने आ चुका है निगम शीघ्र ही वसूली मुहिम शुरू कर सकता है।

बकायेदारों में रसूखदार ज्यादा 

निगम अधिकारियों की मानें तो निगम की करोड़ों रुपए की बकाया वसूली में सबसे बड़ी बाधा नेतागिरी सामने आती है। निगम का मैदानी अमला जब भी वसूली के लिए लोगों के घर जाता है, तो कभी किसी नेता का तो कभी किसी अधिकारी का फोन आने के बाद निगम की टीम को खाली हाथ ही वापस लौटना पड़ता है। इस कारण बकाया वसूली को लेकर भी निगम के मैदानी अधिकारी अधिक उत्साहित नहीं नजर आ रहे। हालांकि अब वरिष्ठ स्तर से सख्त निर्देश दिए गए हैं कि बकाया वसूली में किसी प्रकार का रसूख आने नहीं आना चाहिए।

वरिष्ठ अधिकारी भी तैयारी में

निगम सूत्रों के मुताबिक, बकाया वसूली को लेकर वरिष्ठ अधिकारी गंभीर हैं। इसलिए अब मैदानी अमले के साथ वह भी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। हाल ही में तत्कालीन राजस्व अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा तो मैदान में उतर भी चुके। बताया जाता है कि अब अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मैदान संभालने को तैयार हैं, ताकि बकाया वसूली में तेजी आ सके।