No Teachers in Classes : सागर कलेक्टर स्कूल में पहुंचे तो प्राचार्य नदारद, 12 से ज्यादा शिक्षक परिसर में शॉपिंग करते मिले!

प्राचार्य को निलंबित करने की कार्रवाई और शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस!

292

No Teachers in Classes : सागर कलेक्टर स्कूल में पहुंचे तो प्राचार्य नदारद, 12 से ज्यादा शिक्षक परिसर में शॉपिंग करते मिले!

Sagar : कलेक्टर संदीप जीआर मंगलवार को अचानक शासकीय एकीकृत शाला बाघराज तिली पहुँचे। उन्होंने स्कूल में भारी अव्यवस्था देखी। शिक्षक कक्षा में उपस्थित न होकर परिसर में एक फेरी वाले से कपड़े इत्यादि की खरीदी करते पाए गए। सभी शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस दिए हैं। इसी स्कूल में प्राचार्य के अनुपस्थित मिलने पर उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। कलेक्टर ने बच्चों से भी कक्षाओं में जाकर बातचीत की।

कलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद जैन ने एक दर्जन से ज्यादा शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए। इस नोटिस में कहा गया कि शिक्षकों का यह कृत्य गंभीर कदाचरण, स्वैच्छाचारिता, शिक्षकीय गरिमा के प्रतिकूल, कर्तव्यों के प्रति लापरवाह होने के साथ ही म.प्र. सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम-3 के उपनियम का उल्लंघन है, एवं म.प्र. सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के तहत दंडनीय है।

इन शिक्षको को दिए नोटिस

जिला शिक्षा अधिकारी के मुताबिक, जिन एक दर्जन से अधिक शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं उनमें पीएल अहिरवार उच्च श्रेणी शिक्षक, शालिनी रावत माध्यमिक शिक्षा, नीरजा रावत माध्यमिक शिक्षक, विनीता सोनी माध्यमिक शिक्षक, गरिमा तिवारी माध्यमिक शिक्षक, विदुष श्रीवास्तव प्राथमिक शिक्षक, सुनीता तिवारी, कमला तिवारी, वंदना ठाकुर, साधना श्रीवास्तव, नीरजा पहाड़िया, आरती दुबे और रजनीलता तिवारी हैं। इन सभी शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए।

तीन दिन में जवाब मांगा

इन सभी शिक्षकों को अपना जवाब 3 दिन में उचित माध्यम से कार्यालय में प्रस्तुत करने के लिए आदेशित किया गया है। प्रति उत्तर संतोषप्रद नहीं पाए जाने अथवा समय सीमा में प्राप्त नहीं होने की स्थिति में प्रस्तावित कार्यवाही करने का आदेश भी दिया गया।

IMG 20241009 WA0036 1

अनुपस्थित प्राचार्य निलंबित 

कलेक्टर के शासकीय माध्यमिक एकीकृत शाला तिली का आकस्मिक निरीक्षण के दौरान विद्यालय में प्रधान अध्यापक आरसी मिश्रा अनुपस्थित पाए गए। विद्यालय की व्यवस्थाएं भी संतोषजनक नहीं पाई गई। सभी शिक्षक शिक्षिकाएं भी शैक्षणिक कार्य न कराते हुए अन्यत्र पायी गई। कलेक्टर ने प्रधानाध्यापक आरसी मिश्रा को शाला समय में अनुपस्थित पाए जाने पर निलंबित करने एवं विद्यालय के शिक्षकों को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। प्रधानाध्यापक के निलंबन का प्रस्ताव संभाग आयुक्त डॉ वीरेंद्र सिंह रावत को भेजा गया।

कलेक्टर ने बच्चों को पढ़ाया और बातचीत की

कलेक्टर ने कक्षा चौथी, पाँचवीं एवं सातवीं की कक्षाओं में पहुँचकर छात्र-छात्राओं को अध्ययन कराया एवं उनसे हिंदी, अंग्रेजी एवं गणित विषयों के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने जब छात्र-छात्राओं से पूछा कि आप लोग बड़े होकर क्या बनेंगे, तो अधिकांश छात्रों ने कहा कि उन्हें आर्मी में जाना है। तब कलेक्टर ने कहा कि किसी को डॉक्टर, इंजीनियर या शिक्षक नहीं बनना तब कुछ छात्राओं ने बताया कि उन्हें शिक्षक, इंजीनियर बनना है। कुछ छात्रों ने बताया कि उन्हें डॉक्टर बनना है। कलेक्टर ने यह पूछा कि किसी को कलेक्टर, एसपी नहीं बनना तब कक्षा 7वीं के एवं कक्षा चौथी के कुछ छात्र-छात्राओं ने कहा कि उन्हें कलेक्टर बनना है।

मध्यान्ह भोजन की जानकारी ली

कलेक्टर ने बच्चों से पूछा कि आज मध्याह्न भोजन मेें क्या मिला तब बच्चों ने बताया कि आज पुड़ी-सब्जी मिली है। इस पर निर्देशित किया गया कि भोजन में वितरित होने वाली रोटी, पूड़ी, सब्जी में मुनगा के पत्ते, फलियाँ सहित अन्य पौष्टिक सामग्री मिश्रित की जाए जो बच्चों के लिए पौष्टिक के साथ-साथ खाने में रुचिकर भी हो। उन्होंने विद्यालय की अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में नाराजगी व्यक्त की एवं कहा कि सभी शिक्षक समय पर स्कूल आकर पूरे मनोयोग से शैक्षणिक कार्य कराएं।