Indore : प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुशासन समिति ने इंदौर शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष विनय बाकलीवाल और उनके आठ साथियों को अनुशासन तोड़ने पर नोटिस जारी किया है। विनय बाकलीवाल से 10 दिन में और उनके आठ साथियों से 7 दिन में अपना पक्ष रखने को कहा है।
इन सभी ने 23 जनवरी को शहर कांग्रेस का नया अध्यक्ष अरविंद बागड़ी को मनोनीत किए जाने का विरोध किया और उनके कार्यभार ग्रहण करने पर कांग्रेस कार्यालय के बाहर अनुचित नारे लगाए। इन्होंने पुतला दहन किया था।
इसके बाद विनय बाकलीवाल और साथियों ने भोपाल जाकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के सामने अपना पक्ष रखने की भी कोशिश की थी। लेकिन, वे अपनी कोशिशों में सफल नहीं रहे थे। आज प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति ने इन सभी को नोटिस जारी किया है।
बाकलीवाल ने यह किया
PCC अध्यक्ष कमलनाथ की अनुशंसा पर इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष पद पर विनय बाकलीवाल के स्थान पर अरविंद बागड़ी की नियुक्ति की गई। बाकलीवाल को कांग्रेस का प्रदेश महासचिव बनाया गया है। आरोप है कि बाकलीवाल के इशारे पर नवनियुक्त अध्यक्ष का तीखा विरोध किया गया और उनके पुतले जलाए। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल ने बागड़ी की नियुक्ति को होल्ड किया तो बाकलीवाल ने बिना कमलनाथ से पूछे जिला कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर अध्यक्ष पद संभाल लिया। इस सबसे कमलनाथ नाराज हुए और पार्टी उपाध्यक्ष और इंदौर प्रभारी महेन्द्र जोशी को इंदौर भेजा था।