अब राजनीति अभियान की,अंबेडकर और संविधान की…

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अब राजनीति अभियान की,अंबेडकर और संविधान की…

कौशल किशोर चतुर्वेदी

मध्यप्रदेश में अब जनवरी-फरवरी में एक बार फिर बापू, अंबेडकर और संविधान के नाम अभियान का बोलबाला रहेगा। संविधान और अंबेडकर खुद भी नहीं समझ पाएंगे कि वास्तव में उनके प्रति अधिक समर्पण किसका है? वैसे बापू तो अपने जीवनकाल में ही सच को समझ गए होंगे क्योंकि सत्य उनका मूलमंत्र था। खैर फिलहाल कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में अंबेडकर की जन्मस्थली महू से राष्ट्रव्यापी बापू-अंबेडकर-संविधान अभियान शुरू करने का ऐलान किया है, तो भाजपा ने कांग्रेस को कोसते हुए उससे पहले ही संविधान गौरव अभियान की घोषणा कर दी है। अब अंबेडकर की जब भी बात होगी, तब मध्यप्रदेश का नाम इसमें शामिल रहेगा। और ऐसे में अंबेडकर के नाम पर होने वाली राजनीति का केंद्र विंदु हमेशा मध्यप्रदेश और महू यानि अब अंबेडकर नगर रहेगा। अब चूंकि बापू और अंबेडकर दोनों ही इस दुनिया में नहीं हैं। ऐसे में राजनैतिक दल बापू-अंबेडकर के प्रति जो भी भाव प्रकट करें, उनके दावों को खारिज नहीं किया जा सकता। हालांकि अंबेडकर की विचारधारा पर तो राजनैतिक दल बन ही गए हैं, जो दूसरे सभी दलों के अंबेडकर के प्रति भावों और दावों को समय-समय पर खारिज कर ही देते हैं। पर बापू और संविधान को लेकर तो जो चाहे, वह मन मुताबिक दावे करने को आजाद है ही।

खैर 2025 के जनवरी माह में भाजपा-कांग्रेस के इन दो अभियानों की चर्चा कर लें। अंबेडकर का चर्चा के केंद्र विंदु में रहने का उद्गम संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का वह वक्तव्य है, जिसमें अंबेडकर नाम को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा गया था। जय बापू, जय भीम जय संविधान अभियान की शुरुआत महू में 27 जनवरी को होगी। बड़ा आयोजन होगा, जिसमें करीब 1 लाख कार्यकर्ता जुटाने का दावा कांग्रेस नेतृत्व कर रहा है। अभा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित वरिष्ठ नेतागण इसमें शामिल होंगे। पूरे देश में यह अभियान चलेगा। भारतीय जनता पार्टी देश के संविधान को खत्म करने का काम कर रही हैं। उसके लिए देश का हर नागरिक अपनी लड़ाई लड़ेगा। जब तक अमित शाह देश की जनता से माफी नहीं मांगते तब तक यह लड़ाई जारी रहेगी। तो भाजपा बाबा साहब के विचारों को जनता तक पहुंचाने 11 से 25 जनवरी तक संविधान गौरव अभियान चलाएगी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा है कि कांग्रेस नेताओं ने दलित भाई-बहनों को बेजुबान कहकर उनका घोर अपमान किया है। दावा किया है कि बाबा साहब की पुण्‍यभूमि महू के लिए कांग्रेस और राहुल गांधी ने कोई कार्य नहीं किया। मांग की है कि राहुल गांधी महू पहुंचने से पहले बाबा साहब से किए गए अन्याय के लिए माफी मांगें।

तो अब बापू, अंबेडकर और संविधान के नाम एक बार फिर मध्यप्रदेश में गली-गली में गूंजेंगे। पक्ष और विपक्ष की आवाजें संविधान, बापू और अंबेडकर का नाम रटती नजर आने वाली है…।