अब सबकी नजर शिव की चौथी पारी के चौथे साल पर …
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज यानि 23 मार्च 2023 को चौथी पारी के तीन साल पूरे कर रहे हैं। अब उनका चौथी पारी का चौथा साल शुरू होगा। मध्यप्रदेश में यह चुनावी साल है। ऐसे में मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सरकार की उपलब्धियों और जनसेवक के बतौर की गई जनसेवा की अहम भूमिका है। चौथी पारी के तीसरे साल में शिवराज का महत्वपूर्ण फैसला “लाड़ली बहना योजना” को लागू करना रहा है। यह योजना मध्यप्रदेश की गरीब परिवारों की महिलाओं के लिए उम्मीद की किरण बन गई है। केवाईसी कराने के लिए हर शहर और कस्बे में महिलाओं की भीड़ यह साबित करने के लिए काफी है कि योजना का प्रभाव किस हद तक है। भले ही भैया शिवराज कह रहे हों कि गांव-गांव में शिविर लगाकर अधिकारी हर बहन से फार्म भरवाएंगे। पर बहनों का योजना को लेकर उत्साह चरम पर है और वह जरूरी औपचारिकता की पूर्ति को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दे रही हैं। वहीं अब यह योजना शहरों और कस्बों में जनचर्चा का रूप भी ले चुकी है। निश्चित तौर पर शिवराज की चौथी पारी के तीसरे साल में उपजी यह योजना इस पारी के चौथे साल में कमाल दिखाने को तैयार है। यह माना जा सकता है चुनावी साल में बहनें भाई के माथे पर विजय तिलक लगाकर सरकार को आकर्षक और बहुमूल्य रिटर्न गिफ्ट देने की तैयारी में हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने शिवराज सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा है कि 2003 के पहले का मध्यप्रदेश कैसा था, यह सभी को पता है। इसके बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार आई और उस सरकार ने एक बीमारू राज्य को विकसित बनाया। लेकिन बीच में फिर 15 महीने के लिए प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी। उस सरकार ने गरीबों के हक और अधिकार छीन लिए। प्रदेश को वापस दुरावस्था की ओर ले गई। तभी एक घटना घटी और प्रदेश में फिर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी। भाजपा की सरकार ने गरीबों के अधिकार लौटाए और प्रदेश को खुशहाली तथा विकास के रास्ते पर लाई। 23 मार्च को भाजपा की प्रदेश सरकार अपने चौथे कार्यकाल के तीन साल पूरे कर रही है और हमारे लिये गर्व की बात है कि इस सरकार ने बीते तीन सालों में बेमिसाल काम किया है। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश सरकार की इस वर्षगांठ को पूरे प्रदेश में मनाएगी। भाजपा की शिवराज सरकार ने बीते तीन सालों में किसान, युवा, महिला, बेटियां और बुजुर्गों समेत समाज के हर वर्ग का ध्यान रखा है।
चौथी पारी की महत्वपूर्ण योजनाओं और प्रदेश को मिली सौगातों पर गौर करें तो शिवराज सरकार ने कक्षा 12 वीं में मैरिट में आने वाली छात्राओं को स्कूटी देने की घोषणा की है। 25 मार्च से लाड़ली बहना योजना के फॉर्म भराना शुरू हो जाएंगे, जिसमें प्रत्येक पात्र बहन को 1000 रुपये प्रतिमाह दिये जाने का प्रावधान है। भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्यों में एक बन गया है। सरकार ने पेसा एक्ट लागू करके जनजातीय समुदाय को अधिकार संपन्न बनाया है, तो अनुसूचित जातियों के 1.42 करोड़ हितग्राहियों को हितलाभ दिये हैं। संत रविदास जी का भव्य स्मारक बनाने के लिए 100 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। प्रदेश में कई सीएम राइज स्कूल और 19 मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं। 44605 करोड़ रुपये लागत वाली केन-बेतवा लिंक परियोजना पर मुहर लगाकर केंद्र ने प्रदेश को बड़ी सौगात दी है, जिसमें शिवराज सरकार की बड़ी भूमिका है। महात्मा गांधी के सपने को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए मध्यप्रदेश स्वच्छता के मामले में देश का नं.-1 राज्य बन गया है, वहीं प्रदेश के इंदौर शहर को लगातार छठी बार स्वच्छता का सम्मान मिला है। इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के भव्य आयोजन किए गए। वहीं जी-20 बैठकों के सफल आयोजन से मध्यप्रदेश का नाम विश्व पटल पर अंकित हो गया है। पालपुर-कूनो अभ्यारण्य में नामीबिया तथा दक्षिण अफ्रीका से चीते लाए गए हैं और मध्यप्रदेश घड़ियाल, लेपर्ड, टाइगर तथा गिद्ध के बाद अब चीता स्टेट भी बन गया है। मध्यप्रदेश में खेलो इंडिया गेम्स का आयोजन किया गया, जिसमें 39 स्वर्ण पदक हासिल कर प्रदेश तीसरे स्थान पर रहा है। देश की जीडीपी में मध्यप्रदेश का योगदान 3.6 से बढ़कर 4.8 प्रतिशत हो गया है, वहीं प्रदेश की आर्थिक विकास दर 19.74 प्रतिशत पर पहुंच गई है, जो देश में सर्वाधिक है।
यानि कि अब भाजपा संगठन ने सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने का फैसला किया है। यानि कि शिवराज सिंह चौहान के चौथी पारी के चौथे साल के पहले पखवाड़े में भाजपा संगठन पूरी तरह से शिवराजमय रहेगा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के नेतृत्व में हर कार्यकर्ता घर-घर जाकर शिवराज सरकार के कार्यों और उपलब्धियों को गिनाएगा। चौथी पारी में शिवराज को विष्णु दत्त शर्मा शुभंकर के रूप में मिले हैं। उनके अध्यक्ष पद संभालने के एक माह बाद ही प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार बनी और शिवराज की चौथी पारी शुरू हुई। तो शिवराज का मुख्यमंत्री बतौर चौथी पारी के चौथे साल में कदम रखना भाजपा संगठन के लिए उत्सव से कम हो भी कैसे सकता है। सरकार और संगठन को मिलकर इतिहास जो रचना है। अब सबकी नजर शिव की चौथी पारी के चौथे साल पर टिकी हैं…।