
अब अति कड़ी सुरक्षा में ‘शिवराज’…
कौशल किशोर चतुर्वेदी
सात साल पहले विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के बाद 13 दिसंबर 2018 को शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि वह मध्य प्रदेश छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे। तब शिवराज ने कहा था कि “मैं भोपाल में रहूंगा तो भाजपा कार्यालय में आ कर बैठूंगा। साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि, ” अब लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा। जिऊंगा भी मध्यप्रदेश में… और यदि मरना पड़ा तो मरूंगा भी मध्यप्रदेश में।” और उस समय सीएम हाउस छोड़ने पर क्षेत्रीय बहनों के भावुक होने पर शिवराज ने यह भी कहा था कि ‘टाइगर अभी जिंदा है।’ संदर्भ यही था कि मुख्यमंत्री पद से हटने पर क्षेत्र के लोगों को यह सोचने की जरूरत नहीं है कि उन्हें कोई समस्या आएगी। शिवराज अपने रहते उन्हें कोई समस्या नहीं आने देंगे। और इसके बाद 2020 में शिवराज ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। 2023 में मध्य प्रदेश विधानसभा का चुनाव शिवराज के नेतृत्व में लड़ा गया और बहुमत भी मिला लेकिन भाजपा ने मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया। 2024 में शिवराज को लोकसभा चुनाव लड़ना पड़ा और उन्हें केन्द्र में कृषि मंत्री की जिम्मेदारी
मिली। 13 दिसंबर 2025 को आईएसआई से खतरे का इनपुट मिलने पर केंद्र सरकार ने शिवराज की सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है। मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए भी कड़ी सुरक्षा में न रहने के आदी शिवराज को आखिरकार सुरक्षा संकट के चलते अब अति सुरक्षित घेरे में ही रहना पड़ेगा। सवाल यही है कि आखिरकार आईएसआई शिवराज में दिलचस्पी क्यों ले रही है? या फिर इस तरह के संकेत हैं कि आगामी समय में शिवराज को पार्टी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मंशा के अनुरूप राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का मन बना रही है? खैर जो भी हो लेकिन फिलहाल तो यही कहा जा सकता है कि अब शिवराज से मिलना सामान्य व्यक्ति के लिए और कठिन हो जाएगा। हालांकि लोकप्रिय और जननायक शिवराज जनता से दूरी कभी नहीं बना सकते जैसा कि कड़ी सुरक्षा के बीच भी 13 दिसंबर 2025 को उन्होंने पौधरोपण भी किया और विदिशा में अन्नदाताओं से रूबरू भी हुए।
तो मूल खबर यही है कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की सुरक्षा बढ़ाई गई है। गृह मंत्रालय के इनपुट के बाद फैसला लिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मध्य प्रदेश के डीजीपी कैलाश मकवाना को पत्र भेजकर कहा है कि शिवराज सिंह चौहान पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के निशाने पर हैं।आईएसआई शिवराज सिंह चौहान से जुड़ी जानकारी एकत्रित कर रही है। शिवराज के भोपाल में 74 बंगला स्थित बी-8 आवास के चारों तरफ पुलिस ने अतिरिक्त बैरिकेडिंग लगा दी है। इसके साथ ही दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। शिवराज चौहान पर आईएसआई की ओर से दिलचस्पी दिखाने की जानकारी मिली है। उन्हें पहले से जेड+ सिक्योरिटी मिली हुई थी, लेकिन अब सुरक्षा और बढ़ाई गई है। इनपुट मिलने के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने दोनों शहरों में चौहान की सुरक्षा रिंग को और ज्यादा मजबूत कर दिया है। 12 दिसंबर 2025 देर रात भोपाल बंगले के बाहर सुरक्षा बढ़ी हुई देखी गई थी। गृह मंत्रालय ने संबंधित एजेंसियों और मध्य प्रदेश के डीजीपी को सुरक्षा में चूक न होने का आदेश दिया है। मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव को भी हाई अलर्ट रहने को कहा गया है। साथ ही दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (सुरक्षा) को भी निर्देश जारी किए हैं।
सुरक्षा बढ़ाने को लेकर जारी गृह मंत्रालय के पत्र के मुताबिक, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बारे में आईएसआई ने जानकारी हासिल करने में दिलचस्पी दिखाई है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी की सलाह से केंद्रीय मंत्री की सुरक्षा व्यवस्था की जांच की गई है।पत्र में कहा गया है कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अपनी सुरक्षा व्यवस्था को उचित रूप से समायोजित करें।
और इस घटनाक्रम के
बाद भी शिवराज के चेहरे पर कोई शिकन नहीं आई। सुरक्षा बढ़ने के बाद सांची में शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को किट देकर कहा कि पशुपालन से आय बढ़ेगी। केवल खेती पर निर्भर रहकर आज किसान की आमदनी बढ़ाना संभव नहीं है, अन्य गतिविधियों को भी अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि, जो लोग दूध उत्पादन में शामिल होना चाहेंगे, उन्हें बैंकों से जोड़कर पशु दिलाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। तो भोपाल में शिवराज के 74 बंगला क्षेत्र स्थित सरकारी आवास के आसपास पुलिस द्वारा अतिरिक्त बैरिकेडिंग की गई है। साथ ही, आवास के इर्द-गिर्द तैनात सुरक्षा बलों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। गेट पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। वहीं शिवराज ने शनिवार 13 दिसंबर 2025 की सुबह प्रतिदिन पौधरोपण के संकल्प के क्रम में भोपाल स्थित स्मार्ट सिटी पार्क में अपने भांजे-भांजियों और भाई-बहनों के साथ पौधा रोपा। और कहा कि पौधरोपण जीवन रोपने जैसा है। भविष्य की पीढ़ियों को एक बेहतर वातावरण देने के लिये, आइये हम सब मिलकर पौधे लगाएँ और अपनी धरती को हरा-भरा व समृद्ध बनाएं।”
तो फिर वही बात कि आखिर आईएसआई शिवराज को लेकर जानकारी जुटाने में क्यों लगा है? कहीं आगामी समय में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को देखते हुए आईएसआई शिवराज की भूमिका को सीमित तो नहीं करना चाहती? या फिर शिवराज को लेकर भाजपा
खुद भी ज्यादा संवेदनशीलता का परिचय दे रही है? बात कुछ भी हो लेकिन यह तय है कि अब शिवराज को ‘टाइगर अभी जिंदा है’ जैसी भावना से उबरकर कड़ी सुरक्षा के बीच ही सुरक्षित रहना पड़ेगा…।
लेखक के बारे में –
कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।
वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।





