NRI Conference : ‘एनआरआई सम्मेलन’ की मेजबानी में इंदौर अपनी भूमिका तय करने में लगा!

जनवरी में तीन दिन होने वाले आयोजन के लिए सुझाव लिए  

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NRI Conference : ‘एनआरआई सम्मेलन’ की मेजबानी में इंदौर अपनी भूमिका तय करने में लगा!

Indore : विदेश में रहने वाले भारतीयों को एक मंच पर लाने के लिए इंदौर में अप्रवासी भारतीय सम्मेलन (NRI Conference) आयोजित किया जा रहा है। 7 से 9 जनवरी तक होने वाले इस तीन दिवसीय सम्मेलन में अलग-अलग देशों में रह रहे भारतीयों को मंच मिलेगा। इस अप्रवासी महाकुंभ को लेकर जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने चर्चा की।

भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान को चिन्हित करने के उद्देश्य से प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन केंद्र सरकार द्वारा इंदौर शहर को दिया है। इनमें अलग-अलग देशों में निवास कर रहे भारतीय मूल के लोगों को एक मंच पर लाने की योजना केंद्र सरकार ने बनाई है। इसे लेकर इंदौर में तैयारी जोरों पर हैं। शहर के जनप्रतिनिधि, समाज के प्रतिनिधि, अधिकारियों ने बैठक आयोजित कर महाकुंभ को लेकर विचार साझा किया। बैठक में कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद, कलेक्टर, पुलिस कमिश्नर सहित शहर के अलग-अलग समाज के लोग शामिल हुए। एनआरआई सम्मेलन को लेकर सभी से विचार-विमर्श किया गया, जिसमें भाग लेने आने वाले एनआरआई को मालवा की पहचान सहित इंदौर, उज्जैन, महाकाल, मांडू और प्रदेश के अन्य धार्मिक व मशहूर स्थलों को दिखाने को लेकर भी विचार हुआ।

केबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया कि NRI सम्मेलन से इंदौर सहित प्रदेश को फायदा मिलेगा। इस सम्मेलन में विचारों का आदान प्रदान होगा, वहीं प्रदेश में उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। बैठक में कई विचार किए गए। वहीं लोगों से भी NRI सम्मेलन को लेकर सुझाव बुलाए गए है, जिसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है।

इंदौर को विश्व में पहचान मिलेगी 

एनआरआई सम्मेलन को लेकर महापौर पुष्यमित्र भार्गव का कहना है की इस सम्मेलन से इंदौर को विश्व में नई पहचान मिलेगी। इसी को लेकर बैठक का आयोजन किया गया है। एनआरआई सम्मेलन में शहर के लोगों की किस तरह की भूमिका रहेगी और विदेश से आने वाले भारतीय को मालवा-निमाड़ की संस्कृति से वाकिफ कराए जाने को लेकर भी चर्चा की गई।