नूंह हिंसा मामला: कांग्रेस MLA मामन खान जयपुर से गिरफ्तार
मीडियावाला के नेशनल हेड गोपेंद्र नाथ भट्ट की रिपोर्ट
नई दिल्ली हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने हिंसा फैलाने के आरोप में देर रात फिरोजपुर-झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान को गुरुवार देर रात जयपुर में गिरफ्तार कर लिया है।
हरियाणा पुलिस की एडीजी ममता सिंह ने इसकी पुष्टि की । शुक्रवार को उन्हें कोर्ट में भी पेश किया गया ।मामन खान की गिरफ्तारी के बाद 9 जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है मुस्लिम समुदाय के लोगों से जुम्मे की नमाज अपने घर पर ही अदा करने के लिए कहा गया है। विधायक खान के पैतृक गांव भादस और उसके आसपास पुलिस फोर्स तैनात की गई है।
उल्लेखनीय है कि विगत 31 जुलाई को हरियाणा के नूंह में विश्व हिंदू परिषद ने बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा निकली थी। जिस पर भीड़ ने पत्थर और लाठी-डंडों से हमला कर दिया था। इस हमले के कारण नूंह, गुरुग्राम, पलवल, रेवाड़ी, फरीदाबाद, सहित आसपास के क्षेत्रों में सांप्रादायिक हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में छह लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी थी ।मृतक लोगों में से ज्यादातर जलाभिषेक यात्रा पर हुए हमले के घायल हुए थे।
बताया जाता है कि कांग्रेस विधायक मामन पर इलाक़े में हिंसा भड़काने का आरोप है। साथ ही हिंसा के दौरान सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने का भी आरोप है। पुलिस की एसआईटी टीम ने दो बार उन्हें नोटिस देकर बुलाया था लेकिन वह पुलिस के पास नहीं गए वरन उन्होंने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। मामले को लेकर हाईकोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई और अब 19 अक्टूबर को इस मामले की अगली सुनवाई की जानी है।
इस मध्य हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के मामले में हरियाणा पुलिस ने एक्शन मोड में आते हुए नूंह हिंसा की साजिश रचने के आरोप में फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान को गुरुवार 14 सितंबर को देर रात राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है ।
हरियाणा पुलिस का दावा है कि उनके पास विश्व हिंदू परिषद की यात्रा के दौरान हुई हिंसा में कांग्रेस विधायक की संलिप्तता के ‘पर्याप्त सबूत’ थे. हालांकि मामन खान का कहना है कि उन्हें इस मामले में फंसाया जा रहा है। हाईकोर्ट का रुख करते हुए अपनी अग्रिम जमानत में कांग्रेस विधायक ने कहा था कि उन्हें इस पूरे मामले में फंसाने की कोशिश की जा रही है। वे 26 जुलाई से 1 अगस्त तक गुरुग्राम स्थित अपने आवास पर थे। दरअसल मामन खान ने मंगलवार को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए इस गिरफ्तारी से सुरक्षा की मांग की थी। उनकी याचिका पर 19 अक्टूबर को सुनवाई होनी है।
गिरफ्तारी से पहले मामले की जांच कर रही एसआईटी ने मामन को 25 अगस्त को नोटिस भेजा था जिसमें उन्हें 31 अगस्त की जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह जांच में शामिल नहीं हुए। इसके बाद पांच सितंबर को मामन को पहला नोटिस भेजा गया। इस नोटिस के जवाब में उन्होंने मेडिकल भेज दिया और बुखार का हवाला देते हुए खुद उपस्थित नहीं हुए। इसके बाद दस सितंबर को एक बार फिर जांच में शामिल होने के लिए मामन को नूंह पुलिस लाइन बुलाया गया, लेकिन वह वहां भी नहीं पहुंचे।
इसके बाद मामन पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट पहुंच गए और याचिका डालकर पुलिस की गिरफ्तार से बचने के लिए तर्क दिया कि इस पूरे मामले में सरकार अपनी विफलता को छिपाने के लिए उन्हें मोहरा बना रही है।हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को नूंह हिंसा मामले की जांच कर रहे अधिकारियों को नोटिस जारी करते हुए मामन को निचली अदालत में याचिका डालने की सलाह देते हुए अगली तारीख दे दी। विधायक मामन की तरफ से कहा गया था कि जब यह घटना हुई थी तब वह इस इलाके में थे ही नहीं, जबकि पुलिस का कहना है कि उनके पास मामन के खिलाफ सबूत मौजूद है.
मामन खान हरियाणा की फिरोजपुर झिरका सीट से कांग्रेस विधायक हैं।वह नूंह जिले की नगीना तहसील के अंतर्गत आने वाले भादस गांव से आते हैं।उनका यह गांव नूंह से सिर्फ 18 किलोमीटर की दूरी पर है और इस गांव में मुस्लिम बहुसंख्यक हैं। विधायक के अलावा कांग्रेस नेता मामन एक इंजीनियर भी हैं।उन्होंने बेंगलुरु से सिविल में बी.टेक इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है।उनके चार बच्चें हैं जिनमें एक बेटा और तीन बेटियां हैं.
मामन खान पर 31 जुलाई 2023 को हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा को भड़काने के आरोप हैं। गिरफ्तारी से पहले हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने भी मामन खान की हिंसा के दौरान की भूमिका का जिक्र किया था।गृह मंत्री विज ने अपने एक बयान में कहा कि कांग्रेस विधायक मामन खान के खिलाफ ऐसे सबूत हैं, जिससे पता चलता है कि कांग्रेस नेता मामन ने जिन इलाकों में हिंसा हुई थी वहां का दौरा किया था।