Nursing Scam:कमलनाथ सरकार के समय हुआ नर्सिंग घोटाला, 453 कॉलेजों को कैसे दे दी गई मान्यता- BJP प्रवक्ता यशपाल सिंह सिसौदिया

यशपाल ने कहा - कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की अज्ञानता है या कमलनाथ को फंसाने की साजिश

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Nursing Scam:कमलनाथ सरकार के समय हुआ नर्सिंग घोटाला, 453 कॉलेजों को कैसे दे दी गई मान्यता- BJP प्रवक्ता यशपाल सिंह सिसौदिया

भोपाल: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक श्री यशपाल सिंह सिसौदिया ने नर्सिंग मामले को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी एवं नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार जिस प्रकार से मुद्दों को उठाकर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं, उन मामलों में कांग्रेस की स्वयं संलिप्तता रही है। नर्सिंग घोटाला भी कांग्रेस की ही देन है। कमलनाथ सरकार में बिना निरीक्षण, अवलोकन के नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता दे दी गई। घोटाले करना ही कांग्रेस का चाल और चरित्र रहा है।
प्रदेश प्रवक्ता श्री यशपाल सिंह सिसौदिया ने कहा कि 1 जुलाई को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने पूरे प्रदेश में आंदोलन करने और धरना-प्रदर्शन करने की बात कही है। विधानसभा का सत्र भी 1 जुलाई से शुरू होने वाला है और कांग्रेस विरोध करने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी में ज्ञान का अभाव है और वह अज्ञानी है। वह तथ्यों को सोचते समझते नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की सरकार में जीतू पटवारी उच्च शिक्षा एवं श्रीमती विजयलक्ष्मी साधौ चिकित्सा शिक्षा मंत्री थीं। कमलनाथ सरकार में नर्सिंग घोटाला हुआ और स्वयं कमलनाथ भी कटघरे में हैं। जीतू पटवारी एक तीर से दो निशाना लगा रहे हैं। जीतू पटवारी कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को भी कठघरे में खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं।

*455 में से 453 कॉलेजों को कैसे दे दी गई मान्यता*
प्रदेश प्रवक्ता श्री यशपाल सिंह सिसौदिया ने कहा कि तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ के कार्यकाल के दौरान बिना निरीक्षण व अवलोकन के 455 में से 453 कॉलेजों को मान्यता प्रदान की है। जिन 453 कालेजों को मान्यता कांग्रेस शासनकाल में मिली है उनमें 407 नर्सिंग कॉलेजों को तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ ने मान्यता दिलायी। यह बड़ा सवाल है कि क्या इतने कॉलेज मापदंडों में खरा उतर रहे थे?। कांग्रेस सरकार नर्सिंग कॉलेजों को अनुमतियां प्रदान करने में जुटी थीं। इसका जवाब कांग्रेस को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार के कार्यकाल के दौरान जब पूरे देश में कोरोना जैसी महामारी फैली थी, उस समय उनका ध्यान आईफा अवार्ड की तरफ था। कांग्रेस को किसानों की कर्जमाफी की बिलकुल भी चिंता नहीं थी, जिसके कारण किसान डिफाल्टर हो गए।

*क्या कांग्रेस का आंदोलन कमलनाथ व डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ के खिलाफ भी होगा*
प्रदेश प्रवक्ता श्री सिसौदिया ने कहा कि जीतू पटवारी जिस प्रकार से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने की बात कर रहे हैं तो क्या कांग्रेस का आंदोलन उनके पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं डॉ. विजयलक्ष्यमी साधौ के खिलाफ भी होगा।