
Odisha Govt Requests RBI for Ratna Bhandar Inventory: श्री जगन्नाथ मंदिर के ऐतिहासिक रत्न भंडार की गिनती और स्थानांतरण की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी!
प्राचीन आभूषणों की पहचान के लिए अन्य राज्यों के स्वर्णकार, जेमोलॉजिस्ट और वैल्यूअर भी बुलाए जाएंगे
भुवनेश्वर: ओडिशा सरकार ने पुरी स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर के ऐतिहासिक रत्न भंडार (खजाना) की सूची और मूल्यांकन के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से दो अनुभवी अधिकारियों को भेजने का अनुरोध किया है।
प्रदेश के कानून एवं आबकारी मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने बताया कि RBI के वे अधिकारी देश के प्रमुख मंदिरों के आभूषणों और खजानों की सूची बनाने का अनुभव रखते हैं, जिससे रत्न भंडार की गिनती और मूल्यांकन में पारदर्शिता और विशेषज्ञता सुनिश्चित होगी।
सरकार की योजना है कि त्रिमूर्ति (जगन्नाथ, बलभद्र, सुभद्रा) के आभूषणों और कीमती पत्थरों को अस्थायी स्ट्रांग रूम से रत्न भंडार में स्थानांतरित किया जाए। ASI (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) द्वारा हाल ही में रत्न भंडार की मरम्मत और नवीनीकरण का काम पूरा किया गया है, जिससे अब खजाने की गिनती और डिजिटल कैटलॉग बनाने की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी। इस प्रक्रिया में आभूषणों, हीरे, मोती, रूबी आदि की पहचान, वजन और फोटोग्राफी/वीडियोग्राफी कर डिजिटल रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा।
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (SJTA) ने भी बताया कि प्राचीन आभूषणों की पहचान के लिए अन्य राज्यों के स्वर्णकार, जेमोलॉजिस्ट और वैल्यूअर भी बुलाए जाएंगे। 1978 के बाद पहली बार रत्न भंडार का इन्वेंट्री और स्थानांतरण इतने बड़े स्तर पर हो रहा है। पिछले साल जब अस्थायी स्ट्रांग रूम में खजाना शिफ्ट किया गया था, तब कुछ प्राचीन मूर्तियां और अस्त्र-शस्त्र भी मिले थे।
राज्य सरकार ने इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी के लिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समिति बनाई है। आभूषणों की गिनती, स्थानांतरण और मूल्यांकन RBI अधिकारियों की उपस्थिति में पूरी पारदर्शिता के साथ होगी।





