
Offensive Ganesh Image : गणेश जी की आपत्तिजनक प्रतिमा बनाने पर मूर्तिकारों के मुंह काले किए!
बंगाली कलाकारों पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप, मामला दर्ज!
Indore : खजराना इलाके में गणेश उत्सव की तैयारी में लगी एक मूर्तिकला टीम पर विवादित प्रतिमा बनाने का आरोप लगा है। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि कलाकार ने भगवान गणेश की प्रतिमा को एक मॉडलिंग करती युवती को हाथ में उठाते हुए दर्शाया था, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं।
मामले की जानकारी मिलते ही बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और विरोध स्वरूप मूर्तिकार का मुंह काला कर उसे खजराना थाने लेकर पहुँचे। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू की। थाने में मूर्तिकारों के खिलाफ प्रकरण भी दर्ज कर लिया है। कार्यकर्ता सूचना के बाद मौके पर पहुंचे तो यहां भगवान गणेश के विभिन्न स्वरूप में मूर्तियां मिली। जिसके बाद मूर्तिकारों के मुंह पर काली स्याही पोती और फिर उन्हें थाने लेकर पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने प्रतिमा बनाने वाले बंगाली कलाकारों पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया है।
बजरंग दल के जिला संयोजक लक्की रघुवंशी ने शिकायत में बताया कि मूर्तिकारों द्वारा भगवान गणेश की मूर्ति गलत स्वरूप देकर मॉडलिंग करते भगवान गणेश द्वारा गोद में माडर्न युवती उठाकर स्वरूप में प्रस्तुत कर समाज में गलत संदेश दिया जा रहा है। पूर्व में भी इन्हीं मूर्तिकारों ने माता जी को बुर्का पहनाते हुए गलत ढंग से प्रस्तुत किया था। पुलिस के मुताबिक धार्मिक भावनाओं को आहत करने की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है। मामले में मूर्तिकारों का कहना है कि हम 35 साल से इंदौर आ रहे हैं। पिछले साल रायपुर में बनी भगवान गणेश की मूर्ति प्रसिद्ध हुई थी। यह राधा कृष्ण के स्वरूप की है, जिसे डिमांड पर बनाई गई थी।
बांग्लादेशी हो सकते हैं कारीगर
मूर्तिकारों द्वारा अपने साथ लेकर आए कई कारीगरों की जानकारी भी थाने में नहीं दी है। इससे ऐसी शंका है कि इनमें से कुछ बांग्लादेशी भी हो सकते हैं। इन पर सख्ती की कार्रवाई की जाए। मामले में पुलिस ने मूर्तिकार चंद्रपाल, रतनलाल पाल, राजू पाल जिला नदिया (पश्चिम बंगाल) को गिरफ्तार कर लिया है।
विभाग संयोजक प्रवीण दरेकर ने बताया कि मूर्तिकारों ने विधर्मी मानसिकता के साथ भगवान गणेश की मूर्ति के साथ छेड़छाड़ करते हुए आपत्तिजनक स्वरूप में बनाया है। हिंदू समाज की भावनाएं आहत किए जाने पर उनके चेहरे पर कालिख पोतकर थाने के सुपुर्द किया गया। 50 से अधिक मजदूर व कारीगर जो कि बंगाल से आए हुए हैं, जिनकी थाने पर कोई भी सूचना नहीं दी गई है। इस दौरान रघुवीर गुर्जर, राकेश चौहान, विजय यादव, कौशल ठाकुर आदि मौजूद रहे।





