
Old Age Home Anand Niketan: नोएडा के वृद्धाश्रम पर बड़ी कार्रवाई, नर्क जैसे हालात में मिले बुजुर्ग
बंद कमरों में हाथ-पैर बांधकर रखा गया था,इनमे कोई डॉक्टर तो कोई–
महिला आयोग की सदस्य मीनाक्षी भराला ने कहा कि नोएडा के सेक्टर 55, सी-5 में आनंद निकेतन वृद्धा सेवा आश्रम एक अवैध वृद्धाश्रम था।अधिकारियों ने बताया कि एक “अवैध” वृद्धाश्रम से 42 वृद्ध लोगों को बचाया गया, जब पुलिस ने वहां छापा मारा और पाया कि वहां कुछ महिलाएं बंधी हुई थीं, कई निवासी बिना कपड़ों के थे और अन्य “तहखाने जैसे” कमरों में थे।
.नई दिल्ली/नोएडा:.नोएडा में एक ओल्डऐज होम से मानवता को शर्मसार करने वाला वीडियो सामने आया है, यहां सेक्टर 55 में बने आनंद निकेतन वृद्धआश्रम में बुजुर्गों को बंधक बनाकर रखा गया था. बूढ़े-बुजुर्गों के हाथ पैर बांधकर उन्हें जानवरों की तरह बंद कमरों में रखा जाता था. राज्य महिला आयोग , नोएडा पुलिस और समाज कल्याण विभाग, जिला प्रोबेशन कल्याण विभाग ने संयुक्त रूप से इस ओल्डऐज होम पर रेड कर यहां से दयनीय हालत में 42 बुजुर्गो काे रेस्क्यू किया है. इन सभी को अब सरकारी ओल्ड ऐज होम में शिफ्ट कराया जा रहा है.जीते जी बुजुर्ग नरक कैसे भोगते हैं, ये वीडियो देख लीजिए, ऐसे कई वीडियो हैं जिन्हें देखकर रूह कांप जाए, ये तस्वीर नोएडा के सेक्टर 55 में संचालित ओल्ड एज होम आनंद निकेतन की है। जन कल्याण ट्रस्ट इसे सालों से चला रहा था जहां 42 बुजुर्ग दयनीय हालत में मिले। किसी के हाथ बंधे थे, किसी के बदन पर कपड़े नहीं थे, जिंदा लाश की तरह, पता भी नहीं चलता, यदि कोई वीडियो बनाकर नहीं डालता, वीडियो वायरल हुआ तो महिला आयोग की सदस्य मीनाक्षी दल बल के साथ पहुंची। उनके साथ समाज कल्याण विभाग और पुलिस प्रशासन था। एक महिला मिली जिसने खुद को नर्स बताया, वो केवल 12 वीं पास निकली। ट्रस्ट को हर साल लाखों अनुदान मिलता है। हर बुजुर्ग के लिए प्रतिमाह हजारों रुपए मिलते हैं। अब इन बुजुर्गों को रेस्क्यू किया गया है।गुरुवार (26 जून, 2025) को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग और राज्य कल्याण विभाग के सदस्यों की मौजूदगी में की गई छापेमारी के दौरान वृद्धाश्रम की हालत बेहद खराब पाई गई।उन्होंने कहा, “छापे के दौरान एक बुजुर्ग महिला बंधी हुई पाई गई, जबकि अन्य बुजुर्ग लोग तहखाने जैसे कमरों में बंद थे।”
नोएडा में एक ओल्डऐज होम से मानवता को शर्मसार करने वाला सामने आया है, यहां सेक्टर 55 में बने आनंद निकेतन वृद्धआश्रम में बुजुर्गों को बंधक बनाकर रखा गया था. बूढ़े-बुजुर्गों के हाथ पैर बांधकर उन्हें जानवरों की तरह बंद कमरों में रखा जाता था. राज्य महिला आयोग , नोएडा पुलिस और समाज कल्याण विभाग, जिला प्रोबेशन कल्याण विभाग ने संयुक्त रूप से इस ओल्डऐज होम पर रेड कर यहां से दयनीय हालत में 42 बुजुर्गो काे रेस्क्यू किया है. इन सभी को अब सरकारी ओल्ड ऐज होम में शिफ्ट कराया जा रहा है.

सुश्री भराला ने बताया कि कुछ पुरुषों के पास तो कपड़े भी नहीं थे, जबकि कई बुजुर्ग महिलाएं आधे-अधूरे कपड़ों में पाई गईं।

उन्होंने कहा, “यह वृद्धाश्रम पूरी तरह से अवैध है। आश्रम में 42 बुजुर्ग लोग रह रहे थे, जिनमें से तीन बुजुर्गों को शुक्रवार को समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित वृद्धाश्रम में स्थानांतरित कर दिया जाएगा और बाकी लोगों को अगले पांच दिनों में सरकार द्वारा अनुमोदित अन्य वृद्धाश्रमों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।”

जिस समय रेड कंडक्ट की गई बुजुर्ग महिला और पुरुष कमरों में बंद थे. तालों को खुलवाया गया. उस महिला का रेस्क्यू किया गया जिसके हाथ बंधे थे. उसके हाथ खोले गए. पुरुषों के पास कपड़े तक नहीं थे. कई महिलाओं के शरीर पर भी आधे अधूरे कपड़े थे. जिनका रेस्क्यू किया गया. इन सभी को अब सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया ह. इनको दो से तीन दिनों में सरकारी ओल्ड ऐज होम में शिफ्ट किया जाएगा.


नर्क से भी ज्यादा बदतर हालात में ये बुजुर्ग!
जानकारी के मुताबिक बुजुर्गों की देखभाल के लिए कोई भी स्टाफ नहीं रखा गया था. वो खुद की अपना दैनिक प्रक्रिया कर रहे थे. कई बुजुर्गों के कपड़े तक मल मूत्र से सने मिले. यहां एक महिला मिली. जिसने अपने को नर्स बताया. सख्ती से पूछताछ में उसने अपनी क्वालिफिकेशन 12वीं बताई.

समाज कल्याण अधिकारी नृत्या द्विवेदी के अनुसार हमने खाने का किचन चेक किया. सारे रूम खुलवा के चेक किए तो उसमें से दो तीन लोग बंधे हुए मिले. बाहर से लॉक लगा था, हवा पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं थी. कपड़े नहीं पहने थे.जांच होने के बाद कोई कदम उठाया जायेगा.जहां तक सीलिंग की बात है तो आनंद निकेतन वृद्ध आश्रम को नोटिस जारी किया है. एक बुजुर्ग महिला के नशे की हालत में मिलने की बात सामने आया है.अभी इस बारे में कुछ नहीं कह सकते. जांच होगी कि नशे का इन्जेक्शन दिया गया था या दवा दी थी जिससे वो नशे में थी और बात नहीं कर पा रही थी.





