पटना: बिहार सरकार में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने हाल ही में एक अजूबा पकड़ा है। उन्होंने राष्ट्रीय निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि बिहार में 705 डॉक्टर कई वर्षों तक ड्यूटी से अनुपस्थित रहने के बावजूद भी लगातार वेतन लेकर हैं। नियमानुसार 6 महीने से ज्यादा समय से अनुपस्थित रहने वाले डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और हम इस पर कोई समझौता नहीं करेंगे। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी जो कि स्वास्थ्य विभाग के भी मंत्री हैं, कहा कि आपको जानकर आश्चर्य होगा कि 1 डॉक्टर 12 साल से लगातार अनुपस्थित है, कोई 10 साल से तो कोई 5 साल से तो कोई 2 साल से लगातार अनुपस्थित हैं लेकिन वेतन लिए जा रहे हैं।
Concentrating on improvisation of health infra is the top most priority for me and Bihar Govt.
Our team in Health Dept is on mission mode. Required manpower, beds, equipments, accessibility, medicines, Demand and supply mismatch for services is being addressed on war footing. pic.twitter.com/JIdwj54lkY
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 4, 2022
ऐसे सभी मामलों को लेकर मेरे पास फाइल आई है।मैंने सभी डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
बताया गया है कि इन डॉक्टरों को ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थ किया गया था। वे अपनी ड्यूटी पर नहीं गए और शहरी क्षेत्र में अपनी प्रैक्टिस करते रहे। इसी बीच उन्होंने यह मैनेज कर लिया की उनका हर माह वेतन आहरित होता रहे।
उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का रुख इस मामले में स्पष्ट है। उन्होंने इन डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।