Omicron Variant : इसके लक्षण भी पहचाने नहीं गए, इसलिए खतरा ज्यादा

भारत ने अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट शुरू करने पर फिर विचार करने का संकेत दिया

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Omicron Variant

New Delhi : दक्षिण अफ़्रीकी देश बोत्सवाना में कोरोना वायरस का नया वेरिएंट मिलने से दुनिया दहशत में है। बड़े खतरे का कारण इसलिए कि ओमिक्रोन वेरिएंट के कोई नए लक्षण नहीं (No New Symptoms) पाए गए। जांच के बाद ही इससे प्रभावित होने का पता चलता है। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी (United Nations Health Agency) ने कहा कि ओमिक्रॉन के विस्तृत अध्ययन को पूरा करने में कई सप्ताह लग सकते हैं। इसमें यह देखा जाएगा कि क्या कोविड के टीकों, परीक्षणों का इस पर असर है या नहीं। चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि ये वैरिएंट कोरोना वायरस का सबसे संक्रामक और घातक वैरिएंट हो सकता है। भारत ने अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट (International Flight) शुरू करने के अपने 15 दिसंबर के फैसले पर फिर विचार करने का संकेत दिया।

दक्षिण अफ्रीका की यात्रा कर लौटे यात्रियों को एयरपोर्ट पर उतरते ही क्वारंटाइन किया जाने लगा है। दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों को क्वारंटाइन में रहना होगा और टेस्ट कराना होगा। दक्षिण अफ्रीकी देशों से उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया। यहां तक ​​​​कि शेयर बाजार और तेल की कीमतें भी गिर गईं। इससे संभावित रूप से वैश्विक आर्थिक सुधार को भी भारी झटका लगा।

अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया समेत दुनिया के सभी देश दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों को लेकर सतर्क हो गए। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रीय संचारी रोग संस्थान (NIDC) की तरफ से बताया गया कि ओमिक्रोन वेरिएंट वायरस अगर आपके शरीर में आता है तो इसके कुछ विशेष लक्षण नहीं देखे जा रहे। NIDC के मुताबिक डेल्टा वेरिएंट की तरह ओमिक्रोन से संक्रमित हुए कुछ लोग भी एसिम्टोमेटिक थे। ऐसे में NIDC ने माना कि ओमिक्रोन से संक्रमित व्यक्ति में कोई अलग लक्षण दिखाई नहीं दिए।

इस वायरस की जांच को लेकर WHO (World Health Organization) ने बताया कि मौजूदा समय में SARS-CoV-2 PCR इस वेरिएंट को पकड़ने में सक्षम है। नए वेरिएंट को देखते हुए भारत के साथ-साथ कई अन्य देश भी सतर्क हो गए हैं। ओमिक्रॉन वेरिएंट के पहले मामले की पुष्टि 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में हुई थी। पहला ज्ञात संक्रमण 9 नवंबर को एकत्र किए सैंपल में मिला था। कई देश ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकने के लिए तैयारी कर रहे हैं।

चिंता की बात ये है कि, पहचाने जाने के सिर्फ दो दिन में ही WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने ओमिक्रॉन को वैरिएंट ऑफ कंसर्न (VoC) घोषित कर दिया है। दुनिया में सबसे ज्यादा तबाही मचाने वाले डेल्टा वैरिएंट को भी पहले VoC घोषित किया गया था। साउथ अफ्रीका के अलावा यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, इटली, बेल्जियम, बोत्सवाना, हांगकांग और इजरायल में भी इस वैरिएंट की पहचान हुई है। इस वैरिएंट के सामने आने के बाद दुनिया के कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका से आने-जाने यात्रियों पर रोक लगा दी है।

फ्लाइट शुरू करने पर फिर से विचार

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने रविवार को नए कोरोना वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर इमरजेंसी मीटिंग की थी। होम सेक्रेटरी की चेयरमैनशिप में आयोजित मीटिंग में कहा गया कि इंटरनेशनल कमर्शियल फ्लाइट्स को दोबारा शुरू करने की तारीख को रिव्यू किया जाएगा। यह इस पर निर्भर करेगा कि आने वाले दिनों में दुनिया में हालात कैसे रहते हैं।