_उज्जैन जिला क्राइसिस कमेटी की बैठक में रखी गई जानकारी _
Ujjain : जिला स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में कोरोना के नए वेरियेंट ओमीक्रॉन से सम्बन्धित विभिन्न तथ्यों की जानकारी दी गई। आगामी समय में जिले में की जाने वाली कार्यवाही के सम्बन्ध में रूपरेखा तय की गई!
जो इस प्रकार है :
* कोरोना का ओमीक्रॉन वेरियेंट 9 नवम्बर 2021 को बोत्सवाना में पहचाना गया। यह वेरियेंट पिछली बार हुए संक्रमणों से उत्पन्न हुई पुरानी इम्युनिटी को भेद सकता है। यह वेरियेंट डेल्टा एवं अन्य वेरियेंट की तुलना में पांच गुना अधिक तेजी से फैलता है। इसलिये आमजन मास्क अनिवार्य रूप से पहनें।
* कोरोना के ओमीक्रॉन वेरियेंट एवं अन्य वेरियेंट पर वेक्सीन प्रभावी रहता है। वेक्सीन लगाने के बाद व्यक्ति को अस्पताल जाने की आवश्यकता कम पड़ती है एवं वेक्सीनेटेड व्यक्तियों की मृत्यु दर भी कम रहने की उम्मीद है। इसलिये वेक्सीन की दो खुराक अनिवार्य रूप से लेना आवश्यक है।
* जिले में वेक्सीन के सेकंड डोज अभी तक 76. 91% लोगों ने लगवाया है, शेष लोगों को तत्काल सेकंड डोज लगाया जाना चाहिए। जिला स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी ने कहा है कि जो लोग जानबूझ कर सेकंड डोज का टीका नहीं लगवा रहे हैं, उनको पुलिस के माध्यम से टीकाकरण केन्द्रों तक बुलवाया जाए।
* क्राइसिस मैनेजमेन्ट समिति ने श्री महाकालेश्वर मंदिर एवं उज्जैन शहर में आयोजित होने वाले कार्तिक एवम हस्तशिल्प मेले में प्रवेश के पूर्व वैक्सीन के दोनों डोज लगवा कर आने की अनिवार्यता करने का निर्णय लिया है। मंदिर एवं मेलों के स्थान पर वैक्सीनेशन की टीम तैनात की जाएगी। मंदिर और मेलों में उन्हीं लोगों को प्रवेश दिया जाएगा, जिन लोगों ने दोनों डोज लगवा लिए हैं।
* टीकाकरण के सेकंड डोज का लक्ष्य 26 दिसम्बर तक पूरा किया जाना है। कलेक्टर ने सभी जनप्रतिनिधियों को सेन्टरवार बचे हुए व्यक्तियों की सूची प्रदान करने के निर्देश जिला टीकाकरण अधिकारी को दिए हैं, जिससे व्यापक अभियान चलाकर सभी को टीका लगवाया जा सके।
* उज्जैन जिला सेकंड डोज लगवाने के मामले में प्रदेश में 5वे स्थान पर है।
*जिले में कोरोना की जांच RTPCR के माध्यम से करने के निर्देश दिए हैं।
* RTPCR के माध्यम से ओमीक्रॉन की प्रारम्भिक रूप से पहचान की जा सकती है।
* जिला स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी ने कहा कि वर्तमान में लोग मास्क कम लगा रहे हैं। मास्क लगाने के लिये पुन: लोगों को प्रेरित किया जाए और इस पर आवश्यकता होने पर सख्ती की जाए।