Omkareshwar: पुल के टूटे तार ने बढ़ाई ओंकारेश्वर महादेव भक्तों की दिक्कत, पुराने पुल से होगी एंट्री
भोपाल:महाशिवरात्रि पर्व के 72 घंटे पहले ओंकारेश्वर में नर्मदा नदी पर बने झूला पुल के तार टूटने के बाद शनिवार को यहां पहुंचने वाले दो लाख श्रद्धालुओं को मैनेज करना खंडवा पुलिस व प्रशासन के लिए चुनौती भरा काम होगा। प्रशासन की चिंता शनिवार को महाशिवरात्रि और सोमवार को सोमवती अमावस्या के कारण यहां जुटने वाली भीड़ की सुरक्षा को लेकर है। तार टूटने के बाद पुल पूरी तरह बंद है और फिलहाल इसके जल्दी चालू होने की संभावना भी नहीं है। ऐसे में अब पुराने पुल से ही नियंत्रित भीड़ के आधार पर श्रद्धालुओं को ओंकारेश्वर महादेव के दर्शन के लिए भेजने की तैयारी की जा रही है।
उधर महाकालेश्वर मंदिर में भी लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने के मद्देनजर उज्जैन जिला प्रशासन व्यवस्थाओं में जुटा है।
बुधवार को ओंकारेश्वर में नर्मदा नदी पर बने पुल का एक तार टूटकर नदी में गिर गया था। तार का करीब आधा हिस्सा टूट कर नदी में गिरा है और एंट्री गेट से तार टूटा है। यह तार झूला पुल को किनारे पर बांध कर रखे जाने वाले अनेक तारों में से एक था। तार पुल को लटकाने वाले ऊपर के बीम को बांधे रखने का काम करता है। जो झूला पुल के दाएं तरफ किनारे वाले छोर पर कसा हुआ था। उसे कसे जाने वाले स्थान से यह तार उखड़ गया।
यह पुल ब्रह्मपुरी से शिवपुरी को जोड़ता है। झूला पुल पर आवागमन बंद कर प्रशासन इसकी जांच कराने और एक्सपर्ट्स के माध्यम से पुल दुरुस्त कराने की तैयारी में जुट गया है। कलेक्टर अनूप कुमार सिंह समेत अन्य अधिकारियों की टीम ने इसका मुआयना करने के बाद पुराने पुल से ही फिलहाल आवागमन कराने का फैसला किया है। प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि अगले तीन दिनों में यहां 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
*2004 में बना था पुल*
यह पुल ओंकारेश्वर बांध बनाने वाली एजेंसी एनएचडीसी द्वारा 2004 में तैयार किया गया था और उन्हीं के द्वारा इसका मेंटेनेंस भी किया जाता है। सूचना मिलने पर एनएचडीसी कंपनी के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे और पुल का मेंटेनेंस करने वाली कंपनी के इंदौर कार्यालय को सूचना दी है। तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में 2 पुल हैं। एक से श्रद्धालु मंदिर जाते हैं और दूसरे से वापस आते हैं। पैदल पुल से श्रद्धालु ज्योर्तिलिंग दर्शन के लिए जाते हैं। नर्मदा परिक्रमा करने वाले भी ओंकार पर्वत का भ्रमण कर इसी पुल से बाहर आते हैं।
*इनका कहना….*
फिलहाल पुल पूरी तरह से बंद है और महाशिवरात्रि पर इसके शुरू होने की संभावना भी नहीं है। इसे देखते हुए पुराने पुुल से उसकी क्षमता को ध्यान में रखकर महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं को आने जाने दिया जाएगा। गड़बड़ न हो, इसके लिए बेरिकेट्स लगाकर भीड़ कंट्रोल करेंगे।
-उदय सिंह मंडलोई, तहसीलदार