One Day Collector : रुद्र एक दिन का कलेक्टर तो बना, पर सपना अभी जिंदा!

कहानी फिल्मी लगे पर है असली, बच्चे ने अपनी इच्छा बताई जिसे कलेक्टर ने पूरा किया!

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One Day Collector : रुद्र एक दिन का कलेक्टर तो बना, पर सपना अभी जिंदा!

Dindori (MP) : किसी बच्चे का कलेक्टर बनने का सपना हो और उसे बचपन में ही कलेक्टर की कुर्सी पर बैठने का मौका मिल जाए तो उसे कैसा लगेगा! कुछ यही अहसास डिंडोरी में 9वीं में पढ़ने वाले रुद्रप्रताप झारिया हो हुआ, जब कलेक्टर विकास मिश्रा ने उसे अपनी कुर्सी पर बैठाकर कलेक्टर की जिम्मेदारियां बताई और फिर अपनी कार से दफ्तर का चक्कर लगवाया।
कहानी फिल्मी लगे पर है असली। फिल्म ‘नायक’ का हीरो अनिल कपूर एक दिन के लिए मुख्यमंत्री बन जाता है। उसी तरह डिंडोरी में 9वीं क्लास में पढ़ने वाला छात्र एक दिन के लिए कलेक्टर बना। डिंडोरी के कलेक्टर खुद अपनी कुर्सी पर बैठाया और कलेक्टर का कामकाज समझाया। 9वीं के इस छात्र रूद्र प्रताप झारिया की उम्र 14 साल है। 1 दिन के लिए ही सही परंतु रूद्र का कलेक्टर बनने का सपना पूरा हो गया।
रूद्र सोमवार को जिले के कलेक्टर की कमान संभालने दफ्तर पहुंचा। कलेक्टर विकास मिश्रा ने खुद छात्र का वेलकम किया, उसे कलेक्टर की कुर्सी पर बैठाया और कामकाज के बारे में समझाया।
जब छात्र वापस लौटने लगा तो कलेक्टर ने खुद कार का दरवाजा खोलकर रूद्र को गाड़ी में बैठाया। कुछ देर रूद्र प्रताप गाड़ी में बैठकर घुमा भी, कलेक्टर विकास मिश्रा ने घूमते हुए रूद्र प्रताप को ‘पेसा एक्ट’ के बारे में समझाते रहे। साथ ही उन्होंने लोगों को ‘पैसा एक्ट’ के बारे में प्रेरित करने को भी कहा।

इसलिए रुद्र को बनाया कलेक्टर
कलेक्टर विकास मिश्रा शनिवार की सुबह धनुआ सागर मॉडल स्कूल पहुंचे। जहां उनकी मुलाकात 9वीं क्लास में पढ़ने वाले छात्र रूद्रप्रताप झरिया से हुई थी। जब कलेक्टर विकास मिश्रा ने रुद्र प्रताप से उसकी इच्छा पूछी तब रुद्र प्रताप ने कहा कि मेरा सपना कलेक्टर से मिलने का है व मेरे माता पिता चाहते हैं कि मैं कलेक्टर बनूं। मुझे अपने माता-पिता के सपनों को पूरा करना है। जिसके चलते कलेक्टर विकास मिश्रा ने रूद्र प्रताप को सोमवार के दिन कलेक्ट्रेट आने को कहा। उन्होंने कहा की मैं कलेक्टर की कुर्सी पर तुम्हे बैठाऊंगा और कलेक्टर कार्यालय घुमाऊंगा। छात्र रूद्र प्रताप झारिया के पिता सीएम राइस कन्या शाला के प्रिंसिपल है। रूद्र प्रताप की मां ग्रहणी है। रूद्र प्रताप का एक भाई नीलेश झारिया 7 वर्ष का है जो कि ज्ञानोदय स्कूल जबलपुर में पड़ता है और एक भाई चंद्रकांत झारिया 5 वर्ष शाहपुरा में स्थानीय स्कूल का छात्र है। रूद्र की एक 5 महीने की बहन अनन्या भी है।