Bhopal: अफसरशाही की नकेल कसने के लिए उत्तराखंड के एक मंत्री इन दिनों बडे व्यस्त हैं। नयी सरकार बनने के बाद कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज न केवल मुख्यमंत्री से इसकी मांग कर रहे हैं बल्कि बाकायदा लाबिंग भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के समय यह व्यवस्था थी कि मंत्रियों के पास उनके सचिव और अपर सचिव की गोपनीय रिपोर्ट लिखने का अधिकार था। उनके हटने के बाद बाद इसे बंद कर दिया गया।
सतपाल महाराज की मांग के समर्थन में दो मंत्री भी आगे आए हैं। सौरभ बहुगुणा और प्रेम चंद्र अग्रवाल ने इस व्यवस्था को जरूरी बताया है। उनका कहना है कि ऐसा होने पर ही अधिकारी अपने मंत्रियों की अनदेखी नहीं कर सकेंगे। बताया जाता है कि कयी मंत्रियों ने पहली कैबिनेट में यह मुद्दा मुख्यमंत्री के सामने उठाया था। मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों की बात पर ध्यान देते हैं अथवा नहीं, यह आने वाला समय ही बताएगा।